भूत-प्रेत भगाने के लिए दिए 65 हजार रुपए, जादू-मंतर ने काम नहीं किया तो कर दी तांत्रिक की हत्या, 4 गिरफ्तार, एक फरार

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। जिले में एक तांत्रिक की हत्या कर दी गई है। उसे एक युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर इसलिए मार दिया, क्योंकि आरोपी को लगता था कि तंत्र-मंत्र करना सफल नहीं हुआ है। उसने तांत्रिक को बेवजह ही पैसे दे दिए हैं। इसलिए उसने पैसे वापस मांगे। मगर उसने नहीं लौटाए तब आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे इतना पीटा कि तांत्रिक की मौत हो गई है। मामला देवभोग थाना क्षेत्र का है।

घुमरापदर के रहने वाले पतिराम यादव(13) के बेटे की जुलाई महीने में मौत हो गई थी। इस पर पतिराम को लगा कि उसके घर में जरूर भूत प्रेत का साया है। इसलिए उसने तेतलपारा निवासी जयसिंह के मदद से ओड़िसा के झुलनबर निवासी तांत्रिक बिरोचरण(58) से संपर्क किया था।

इसके बाद तांत्रिक बिरोचरण पतिराम के घर भी गया। वहां उसने तंत्र-मंत्र की क्रिया की थी। इसके बदले तांत्रिक ने पतिराम से 65 हजार रुपए भी लिए थे। मगर उसके कुछ दिन बाद पतिराम के घर वाले फिर बीमार पड़ने लगे। ऐसे में पतिराम को लगने लगा कि ये ठीक नहीं हो रहा है।

पतिराम ने इस बारे में अपने कुछ परिजनों से बात की थी। उन्हें ये भी कहा था कि अब उसे किसी भी तरह से तांत्रिक से पैसे वापस लेने हैं। इसके बाद उसे पता चला कि 2 जनवरी को तांत्रिक घुमरापदर आ रहा है। इस पर उसने ठान लिया कि उस दिन वह उससे पैसे लेकर रहेगा। फिर पूरे प्लान के तहत पतिराम, जयसिंह, दाखिल मांझी, सुंदर यादव, चरणसिंह यादव को लेकर मौके पर पहुंच गया और रात के वक्त तांत्रिक से पैसे मांगने लगा।

बताया गया कि तांत्रिक ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद आरोपियों ने उसे बेदम पीटा। फिर भी उसकी मौत नहीं हुई। तब आरोपियों ने लाठी-डंडे से मार-मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद 2 जनवरी की ही रात को आरोपियों ने शव को तेतेलपारा गांव के पास पवित्र दौरा के खलिहान में पैरे के नीचे छिपा दिया था।

वारदात के अंजाम देकर सभी अपने घर चले गए थे। मगर पतिराम के एक परिजन दाखिल मांझी (जो इस वारदात में शामिल था)। उसके सपने में तांत्रिक आने लगा। 2 से 3 दिन तक ऐसा ही होता रहा। जिसके बाद 6 जनवरी की रात को दाखिल उसी खलिहान के पास पहुंच गया। जहां उसने तांत्रिक का शव छिपाया था। उसी दौरान कुछ लोगों की नजर उस पर पड़ी थी। तब लोगों ने ही उससे पूछताछ की, जिस पर ये पता चला कि खलिहान के नीचे एक शव है।

दाखिल ने लोगों को गुमराह करने बताया कि ये शव पता नहीं किसका है। मैं यहां से गुजर रहा था तो मैंने देख लिया। इसलिए रुककर देख रहा था। मगर लोगों को उस पर शक था। लोगों ने पुलिस को इस बात की सूचना दे दी दी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव बरामद किया गया है।

इसके बाद दाखिल से पूछताछ की। तब उसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। उसने पुलिस को तांत्रिक के सपने में आने वाली बात भी बताई। अब पुलिस ने उसी की निशानदेही पर कुल 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में सुंदर यादव, चरण सिंह यादव, पतिराम और गिरफ्तार कर लिया है। कुल 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। जबकि जयसिंह अभी फरार चल रहा है।