एंकर को अरेस्ट करने पहुंचे छत्तीसगढ़ पुलिसवालों को गाजियाबाद टीम ने रोका, तब तक नोएडा पुलिस अपने साथ ले गई

Chhattisgarh Crimes

दिल्ली। जी-न्यूज के एंकर रोहित रंजन को लेकर छत्तीसगढ़ और यूपी पुलिस में ठन गई है। मंगलवार सुबह 5:30 बजे रायपुर पुलिस एंकर रोहित को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद पहुंची। रोहित गाजियाबाद में इंदिरापुरम क्षेत्र में नियो स्कॉर्टिस सोसाइटी में रहते हैं।

इसकी भनक जैसे ही गाजियाबाद के इंदिरापुरम पुलिस को लगी, वह भी 6:30 बजे रोहित के घर के बाहर पहुंच गई। गिरफ्तारी को लेकर रायपुर और गाजियाबाद पुलिस के बीच बहस चली। तभी 7:15 बजे अचानक नोएडा पुलिस ने एंट्री ली और रोहित को गिरफ्तार कर लिया।

नोएडा पुलिस का तर्क है कि उनके यहां एंकर रोहित के खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। हालांकि, केस कब दर्ज किया गया था, इसका जवाब अफसरों ने नहीं दिया है। इंदिरापुरम के सीओ अभय मिश्रा ने रोहित की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। रोहित के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने का आरोप है। उन पर छत्तीसगढ़ में केस भी दर्ज है।

रोहित ने कहा- बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए आई छत्तीसगढ़ पुलिस

रोहित रंजन ने मंगलवार सुबह 6.16 बजे ट्वीट किया, “बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है। क्या ये कानूनन सही है।” रोहित ने यह ट्वीट यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी गाजियाबाद और एडीजी जोन लखनऊ को टैग भी किया है।

हालांकि, सरकार या पुलिस ने इस ट्वीट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। रोहित रंजन के ट्वीट पर दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा, “प्लीज हेल्प शलभमणि त्रिपाठी जी।” शलभमणि त्रिपाठी ने बग्गा के इस टवीट के जवाब में लिखा है, “जी।”

छत्तीसगढ़ पुलिस बोली- सूचित करने का कोई नियम नहीं

एंकर रोहित रंजन के इस ट्वीट का जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने लिखा, “सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी, अब उन्हें सूचित किया गया है। पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। उन्हें वास्तव में सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना पक्ष अदालत में रखना चाहिए।”

छत्तीसगढ़-राजस्थान में दर्ज हुए हैं मुकदमे

कांग्रेस का आरोप है कि पिछले दिनों एंकर रोहित रंजन ने अपने स्पेशल टीवी शो में वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के बयान को तोड़ मरोड़कर दिखाया। इससे उनकी छवि धूमिल हुई। इस मामले में छत्तीसगढ़ में एक FIR दर्ज हुई है। दो दिन पहले नोएडा में टीवी चैनल के बाहर प्रदर्शन करने और पुतला फूंकने के आरोप में 19 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई थी। रोहित रंजन पर राजस्थान में भी इस बयान को लेकर मुकदमे दर्ज हुए हैं।