हाथरस गैंगरेप: ‘बेटी को आखिरी बार हल्दी लगाकर देहरी से करेंगे विदा’, मां का जलता रहा कलेजा, पुलिस ने चिता को लगा दी आग

Chhattisgarh Crimes

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप की शिकार हुई 19 वर्षीय युवती के शव का मंगलवार रात पुलिस ने दाह संस्कार करवा दिया। पीड़िता का शव देर रात गांव पहुंचा और ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच उसकी चिता जला दी गई। मां चीखती रही कि बेटी का शव उन लोगों को सौंपा जाए। वह बिलखती रहीं कि बेटी को अपनी देहरी से हल्दी लगाकार विदा करेंगीं लेकिन पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। हैरानी वाली बात यह है कि पुलिस ने लड़की का दाह संस्कार करने की बात उसके घरवालों को ही नहीं बताई। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर चौतरफा हमले हो रहे हैं। इधर यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी जांच गठित कर दी है।

लड़की की मां का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह रोती-बिलखती नजर आ रही हैं। पत्रकार ने उनसे पूछा कि वह क्या चाहती हैं तो वह बिलख-बिलखकर रोने लगीं। बोलीं कि बेटी को अंतिम बार अपने घर से विदा करना चाहती हैं।

बिलखती रही मां पुलिस ने नहीं सुनी

पीड़िता की मां रोते-बिलखते कह रही हैं, ‘मेरी आखिरी बेटी थी। सपने देखे थे कि उसे धूमधाम से अपने देहरी से विदा करेंगे। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार बेटी को हल्दी लगाकर विदा करते हैं। हम चाहते हैं कि बेटी का शव दिया जाए। उसे हम आखिरी बार अपने घर से हल्दी लगाकर विदा करना चाहते हैं क्योंकि अब वह कभी लौटकर नहीं आएगी।’

बिना जानकारी के पुलिस दाह संस्कार करने पहुंची

की दर्दनाख चीखें भी पुलिस के दिल की नहीं चीर सकीं। पुलिस ने घरवालों को शव नहीं दिया, न ही बच्ची को अंतिम बार उसके घर ले जाया गया। दिल्ली से लाकर सीधे आधी रात को उसका दाह संस्कार कर दिया गया। हैरानी वाली बात है कि घरवालों को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई।

भाई ने लगाए आरोप

लड़की के भाई ने तड़के पत्रकारों से बात करते हुए बताया, ‘हम लोगों ने पुलिस से बहुत कहा कि शव हमें दें। हम उसका सुबह दाह संस्कार करेंगे लेकिन पुलिस ने हमारी नहीं सुनी। हम लोगों से जबरन सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवाए और आधी रात को शव जला दिया। हम लोगों को पुलिस पर विश्वास नहीं है। हम लोगों की जान को भी खतरा है।’

पुलिस पर धमकी और धक्कामुक्की का आरोप

पीड़िता के भाई ने आरोप लगाया कि जब उन लोगों ने बेटी का संस्कार करने से इनकार कर दिया तो पुलिस गुस्से में हो गई। पुलिस ने उन लोगों को धमकी दी आरोप है कि उनके घरवालों के साथ धक्का-मुक्की भी की गई। कुछ लोगों को घर में बंद कर दिया गया तो कुछ डरकर अपने घरों में बंद हो गए।

पूर्व आईसीएस का आरोप, जानबूझकर केस कमजोर कर रही पुलिस

रिटायर्ड आईपीएस एनसी अस्थाना ने कहा, ‘पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली थी, ठीक है। लेकिन लाश जबरी जलवा दी, यह सरासर बदमाशी है। सफदरजंग में पोस्टमॉर्टम हुआ या उसमें भी धांधली करवा दी? परिवार का दूसरे पोस्टमॉर्टम की मांग करने का अधिकार भी छीन लिया? संवेदनहीनता एक चीज है, केस को जानबूझ कर कमजोर करना अलग चीज।’

प्रियंका गांधी की मांग- मुख्यमंत्री इस्तीफा दें

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि “रात को 2.30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर प्रशासन ने जबरन जला दिया। जब वह जीवित थी, तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ तो सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दें।”