नई दिल्ली। जहां एक ओर राजधानी दिल्ली पानी-पानी है तो देशभर में मानसून एक बार फिर फुल एक्टिव हो गया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश से नदियों का वाटर लेवल बढ़ गया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए देश के 20 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इधर भारी बारिश के बाद नदियों में उफान का असर दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद से लेकर सहारनपुर, हापुड़ और पंजाब-हरियाणा के कई इलाकों में भी देखने को मिल रहा है।
गाजियाबाद के पास यमुना का तटबंध टूटने से हालात बेकाबू हो गए हैं। गाजियाबाद के लोनी में हालात सबसे बुरे हैं। पूरा इलाका ही डूबा-डूबा दिख रहा है। सैकड़ों एकड़ खेत डूब गए हैं तो घरों में भी पानी घुस गया है। बाहर खड़ी गाड़ियां डूब गईं हैं। इलाके की कम से कम 200 फैक्ट्रियां बंद करनी पड़ी हैं। वहीं यमुना में उफान का असर दिल्ली से सटे नोएडा में भी देखने को मिल रहा है। वाटर लेवल बढ़ने के बाद नोएडा में अलग-अलग कालोनियों में फंसे करीब 3500 लोगों को रेस्क्यू किया गया।
पहाड़ की बारिश से बढ़ा गंगा का जलस्तर
वहीं पहाड़ों में हो रही भारी बारिश का असर गंगा नदी पर भी पड़ा है। हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के पास गंगा के वाटर लेवल में उफान के बाद गांवों में पानी फैल गया है। सड़कें डूब गई हैं तो फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। मवेशियों के लिए चारे की किल्लत अभी से होने लगी है। इसके अलावा उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद गंगा के वाटर लेवल में और बढ़ोतरी की आशंका है। आज हरिद्वार, देहरादून और टिहरी में बारिश का रेड अलर्ट है। यही वजह है कि सरकार ने सैलानियों को सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही कई रूट पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। रुड़की में सोनाली नदी का बांध टूटने के बाद कई इलाकों में पानी फैल गया। सड़कों पर भारी जलभराव के बाद लोगों को आवाजाही में कठिनाई हो रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में आपदा के बाद फिर बारिश का अलर्ट
9 जुलाई को आई आपदा से अभी देवभूमि हिमाचल उबरा भी नहीं है कि एक बार फिर हिमाचल के 10 जिलों में आज के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। बता दें कि 9 जुलाई को आई आपदा के बाद हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली समेत कई हिस्सों में तबाही के निशान दिख रहे हैं। कुल्लू में आपदा के शिकार हुए 24 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। आसमान से बरसी आफत में हिमाचल के 5000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
पंजाब से लेकर मध्यप्रदेश तक पहुंची आफत
इसके अलावा पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश का असर पंजाब में भी देखने को मिल रहा है। संगरूर में घग्गर नदी में उफान आने से मानसा का चांदपुरा बांध टूट गया, जिसके बाद संगरूर और दिल्ली नेशनल हाईवे- 52 से संपर्क टूट गया है। लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के बाद एमपी के छतरपुर स्थित केदारनाथ जटाशंकर धाम में भी पानी घुस गया है। बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले शिव मंदिर में प्रकृति ने भगवान का जलाभिषेक कर दिया तो बरसात का पानी झरने की शक्ल में बहने लगा।