जांजगीर। जांजगीर जिले के बनारी गांव में सुबह एक बच्चे को सांप ने काट लिया, इसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, लेकिन दुर्भाग्यवस मासूम की मौत हो गई, इसके बाद जो हुआ उसे आप स्वास्थ्य विभाग की बेशर्मी कह सकते हैं, चूंकि एम्बुलेंस के अभाव में यह पहली बार नहीं हुआ जब शव को घर ले जाने के लिए अस्पताल के पास एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं थी। इस मामले में सीएमएचओ का कहना है सारी व्यवस्थाओं के बावजूद यह परिस्थिति कैसे निर्मित हुई इसकी जांच होगी।
जिले में आज से पूर्णबंदी है, इस बीच सुबह जांजगीर से लगे ग्राम बनारी में दो वर्षीय मासूम शीतल गोपाल को सांप ने काट लिया। जिला अस्पताल लाते तक बच्ची के शरीर में शव पूरी तरह से फैल गया था और जिसकी वजह से उसकी मौत हो गयी। इसके बाद शव को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने एम्बुलेंस की व्यव्स्स्था नहीं की। लॉकडाउन की वजह से निजी वाहनों ने भी शव को ले जाने से इनकार कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने शव को चादर और पन्नी से लपेट कर अपने घर ले जाते दिखे। इस बीच रिपोर्टर की नजर उन पर पड़ी और रोकवाकर उनसे जानकारी मांगना चाही, लेकीन मासूम की मौत से दुखी परिजन कुछ बताये बिना ही वहां से चले गए।
दोषियों पर की जाएगी कार्रवाई
इस मामले में सीएमएचओ एसआर बंजारे ने कहाँ कि अस्पताल में हर तरह की व्यवस्था है, मैं मामले की जांच कराऊंगा और यह स्थिति क्यों निर्मित हुई, यह पता लगाकर दोषियों पर कार्यवाही करूँगा।