दंतेवाड़ा जिले में एक साल में 378 नक्सलियों ने किया सरेंडर, जिसमे 100 इनामी भी शामिल

Chhattisgarh Crimes

दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में एक साल में 100 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। दंतेवाड़ा में चलाए गए लोन वर्राटू अभियान ने ये सच कर दिखाया है। 28 जून को इस अभियान का एक साल पूरे हो गया हैं और इस अभियान ने इनामी सरेंडर नक्सलियों की सेंचुरी भी मार ली है। वहीं 100 इनामी नक्सलियों के साथ पिछले सालभर में जिले में कुल 378 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं।

28 जून 2020 को दंतेवाड़ा पुलिस ने लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत नक्सलियों के कटेकल्याण एरिया कमेटी के 2 लाख रुपए के इनामी नक्सली भीमा ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचकर कलेक्टर दीपक सोनी व SP डॉ अभिषेक पल्लव के समक्ष अपने हथियार डाले थे। अफसरों ने इसका स्वागत किया था। वहीं 1 जुलाई को भांसी इलाके में 18 नक्सलियों का सरेंडर हुआ था। इन्होंने जिस स्कूल को तोड़ा था उसे वापस बनाने प्रशासन से मांग की थी।

SP डॉ अभिषेक पल्लव के अनुसार देश के सभी नक्सलगढ़ जिलों में दंतेवाड़ा पहला ऐसा जिला है जहां पुलिस के द्वारा चलाए गए किसी अभियान से प्रभावित होकर एक साल में 378 माओवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा और सरकार के समक्ष अपने हथियार डाल दिए। इनमें 8 लाख रुपए के 3 , 5 लाख रुपए के 4, 3 लाख रुपए के 8 , 2 लाख रुपए के 11 व 1 लाख रुपए के कुल 74 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। साल भर में जिले में 1 करोड़ 85 लाख रुपए के इनामी नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ चुके हैं।