टीम इंडिया को मिली हार, लेकिन रोहित शर्मा के साहस ने जीता सबका दिल, कई टांके लगवाकर की बल्लेबाजी

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मीरपुर। बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैच की सीरीज के दूसरे वनडे में भारत को हार मिली। इस हार के साथ टीम इंडिया के हाथ से सीरीज भी निकल गई। लेकिन इस हार के बावजूद इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने जो किया उसकी अहमियत खत्म नहीं हो सकती। वह इस मुकाबले में ओपनिंग करने के लिए नहीं उतरे। वह 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से लगातार टीम इंडिया के रेग्यूलर ओपनर रहे हैं। लेकिन करो या मरो के इस अहम मुकाबले में भारतीय कप्तान को इस स्थान को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने बल्लेबाजी नहीं की। रोहित मीरपुर के शेरे बांग्ला स्टेडियम में बल्लेबाजी के लिए नौवें नंबर पर आए। उन्होंने अपने करियर में शायद पहली बार टेलएंडर के स्थान पर बल्लेबाजी की। रोहित शर्मा ने अपने बैटिंग ऑर्डर में यह बदलाव मर्जी से नहीं बल्कि मजबूरी में की। रोहित ने मुश्किल हालात में भी क्या खूब बैटिंग की। उन्होंने अपने साहस और प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया।

रोहित के अंगूठे में लगे कई टांके

दरअसल उन्हें बांग्लादेश की टीम की बल्लेबाजी के दौरान फील्डिंग करते हुए चोट लग गई थी। दूसरे ओवर में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की चौथी गेंद ने अनामुल हक के बल्ले का बाहरी किनारा लिया और सेकेंड स्लिप में खड़े भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के हाथों तक गई जिसे उन्होंने टपका दिया। इसके बाद वह दर्द में दिखे। तुरंत बाद वह मैदान से बाहर चले गए। थोड़ी देर बाद बीसीसीआई ने रोहित पर अपडेट शेयर किया। बताया गया कि रोहित शर्मा के अंगूठे में चोट लगी है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने जांच करने के बाद उनके अंगूठे का स्कैन कराने का फैसला किया लिहाजा टेस्ट के लिए हॉस्पीटल भेज दिया गया।

रोहित ने टांके लगवाकर संभाला कमान

रोहित हॉस्पीटल से अपने अंगूठे में टांके लगवाकर लौटे। खबर आई कि वह सीरीज के आगे के मैचों में भी शायद नहीं खेल सकेंगे। उनके टेस्ट सीरीज में खेलने पर भी सवालिया निशान लगने लगे थे। इन तमाम सवालों के बीच मझधार में फंसी टीम इंडिया को सहारा देने के लिए 43वें ओवर में क्रीज पर आ गए। उनका मैदान में आना हर एक फैन और दिग्गजों के लिए चौंकाने वाला था।

रोहित ने अपने साहस से जीता सबका दिल

रोहित शर्मा ने जब क्रीज पर कमान संभाली तब टीवी कैमरे साफ दिखा रहे थे कि उनके बाएं हाथ का अंगूठी ग्लव्स से बाहर निकला हुआ है। उनके अंगूठे पर टांके लगने के बाद कई पट्टियां लगी हुई हैं। रोहित इंजरी के बावजूद रुके नहीं। उन्होंने थोड़ा वक्त लिया और 46वें ओवर में इबादत हुसैन की गेंद पर बैक टू बैक दो छक्के के बाद चौका रसीद कर दिया। रोहित का हौसला, साहस और प्रदर्शन यकीनन हैरान करने वाला था।