गरियाबंद। ओडिसा ऒर गरियाबंद वन विभाग की संयुक्त टीम ने WCCB की निगरानी में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। टीम ने 4 नग तेंदुए, एक नग शेर की खाल सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी आरोपी ओडिसा के रहने वाले है। भवानीपटना डीएफओ आज दोपहर प्रेसवार्ता कर इस मामले की पूरी जानकारी साझा करेंगे। एक साथ इतने बड़े पैमाने पर वन्यप्राणियो की खाल मिलने का यह पहला मामला सामने आया है।
वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) जबलपुर को लंबे समय से ओडिसा और गरियाबंद जिले के सीमावर्ती इलाकों से वन्यप्राणियों की खाल की तस्करी होने की खबरे मिल रही थी। आरोपियो पर कार्रवाई के लिए क्राइम बोर्ड के अफसर विपिन चतुवेर्दी के नेतृत्व में गरियाबन्द और ओड़िसा के नूवापडा व कालाहांडी जिले के भवानीपटना डिवीजन के वन अफसरों की सयूक्त टीम बनाई गई। टीम के सदस्यों ने व्यापारी बनकर तस्करों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जिसमे तस्कर आसानी से फसते चले गए।
टीम ने शुक्रवार दोपहर भवानीपटना डिवीजन के जारिंग इलाके में 4 तस्करों को 2 वयस्क तेंदुए व 1 सावक तेंदुए की खाल सहित दबोच लिया। यंहा नाखून व दांत भी जप्त किया गया।इसी दौरान टीम को जानकारी मिली कि रामपुर रेंज में भी तस्कर सक्रिय है। शाम ढलने से पहले टीम ने इसी तरह रामपुर रेंज में भी जाल बिछाया। जहां टीम को 2तेंदुए व 1 शेर की खाल के साथ 2 आरोपी पकड़ में आये।
ओड़िसा सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपीयो को भवानीपटना डिवीजन ऑफिस में लाया गया है जहां कार्यवाही जारी है। आज टीम ने कालाहांडी जिले में दबिश दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि शनिवार तक जप्त खाल की संख्या बढ़ सकती है।हालांकि मामले में अब तक वन विभाग से कोई अधिकृत जानकारी साझा नही की गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यवाही में गरियाबंद जिले के सिनापाली आरओ विमल प्रकाश टोपनो, इंदागांव रेंजर योगेश रात्रे, छुरा रेंजर श्रेयस दीवान और ओडिसा के रामपुर रेंजर एम के दास, नवरंगपुर रेंजर एम पंडा, के अलावा भवानीपटना व जूनागढ़ का वन अमला शामिल है।