महासमुंद: कोविड मरीजों के लिए आईसीयू व हाई डिपेंसिव यूनिट आज से शुरू

हाई डिपेंसिव यूनिट में सांस की तकलीफ मरीज का किया जा रहा उपचार, अब कोविड लक्षण वाले गंभीर मरीजों का मुख्यालय में होगा इलाज

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। महासमुंद जिले में लंबे समय तक कोविड-19 पर काबू बनाए रखने और लक्षण वाले मरीजों और बिना लक्षण वाले व्यक्तियों की नि:शुल्क कोरोना वायरस संर्क्रमण की जांच के साथ एकाएक रिपोर्ट पॉजिटव आने का सिलसिला पहले की अपेक्षा बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने इसके लिए पहले से पूरी तरह तैयारी कर रखी है। जिला पचायत, लोक निर्माण एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला प्रशासन की देखरेख में अति गंभीर कोविड के मरीजों के लिए आज महासमुंद जिला चिकित्सालय में एक डेडिकेटेड (समर्पित) कोविड अस्पताल शुरू हो गया है। इस सेन्टर में लक्षण वाले गंभीर मरीजों के लिए 28 बिस्तर में आॅक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था उपलब्ध है। इस अस्पताल में 6 बेड आई..सी.यू. (गहन चिकित्सा इकाई) के 22 बेड हाई डिपेंसिव यूनिट (जीवन रक्षक प्रणाली) यानी सांस लेने में तकलीफ लोगों का उपचार के है। इसमें सभी जरूरी चिकित्सा उपकरणों की सुविधा मौजूद है। आज इस सेन्टर में एक सांस से पीड़ित मरीज को हाई डिपेंसिव यूनिट में भर्ती कर जीवन रक्षक प्रणाली (आॅक्सीजन) पर रखा गया है। उसका उपचार किया जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने बताया कि राजधानी रायपुर के मेकाहारा चिकित्सालय से सहायक प्राध्यापक डॉ. ओ.पी. सुन्दरानी ने यहां आकर गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू) में सेवाएं देने वाले जिला स्तरीय चिकित्सकीय अमले को पहले ही प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया है। उन्होंने बताया कि कोविड लक्षण वाले मरीजों का उपचार करने के लिए अनुभवी चिकित्सकों और स्वास्थ्य स्टाफ की निगरानी में मरीजों का उपचार किया जायेगा।

सिविल सर्जन डॉ. आर.के परदल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविउ-19 के सिम्टोमेटिक लक्षण वाले पॉजिटिव मरीजों का उपचार उपलब्ध कराने के लिए यह सेन्टर पूरी तरह गहन चिकित्सा इकाई में आज से कार्य करना शुरू कर दिया है। 6 आईसीयू ओर 22 बिस्तर हाई डिपेंसिव यूनिट मिलाकर कुल 28 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बिस्तर में सांस की तकलीफ मरीजों के आॅक्सीजन की सप्लाई और सक्शन मशीन की सभी जरूरी जांच की जा चुकी है। डॉ. परदल ने कहा कि इस सेन्टर में सभी जरूरी अत्याधुनिक वेन्टिलेटर्स, पल्स आॅक्सीमीटर सहित तमाम चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध है। जो गंभीर कोविड ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक होते है।

उल्लेखनीय है कि सोमवार देर शाम कलेक्टर कार्तिकेया गोयल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने इस डेडिकेटड अस्पताल का अवलोकन किया था। उन्होनें कान्ट्रोल रूम, डॉनिंग-डाफिंग क्षेत्र, आई.सी.यू. एवं भर्ती वार्ड सहित निगरानी कैमरे, मानिटरिंग सिस्टम, कपड़े धुलाई आदि की साफ-सफाई की सेवा व्यवस्थाओं को भी देखा था। कलेक्टर ने इस यूनिट के चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों से भी बातचीत की थी और जरूरी निर्देश भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि कोरोना काल में चुनौती पूर्ण सेवाओं को गर्व का कार्य बताते हुए बेहतर चिकित्सकीय सेवायें उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों की मनोदशा को समझते हुए मानवीय व्यवहार बनाए रखने की बात कही थी।

मालूम हो कि शुरूआती परिस्थितियों को देखते हुए महासमुंद के सरकारी जीएनएम प्रशिक्षण केन्द्र में कोविड क्रिटिकल केयर सेंटर स्थापित किया गया। इस कोविड क्रिटिकल केयर सेंटर में 240 बेड की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा हाल ही में मुख्यालय स्थित जय हिन्द कॉलेज में 206 बेड की और व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अति गंभीर कोविड मरीेजों के लिए आज से महासमुंद जिला चिकित्सालय में पृथक से कोविड अस्पताल 28 बेड (डेडिकेटेड कोविड अस्पताल) शुरू हो गया हैं। इसमें 6 बेड आइसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) और 22 बेड हाई डिपेंसिव यूनिट (जीवन रक्षक प्रणाली आक्सीजन) के है यह आज से शुरू हुआ। इसमें गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू और हाई डिपेंसिव यूनिट में जीवन रक्षक प्रणाली की सुविधा उपलब्ध है।