विधायक विकास उपाध्याय ने गोगांव अंडरब्रिज के बंद पड़े काम को फिर करवाया शुरू, लोगों को आवागमन में हो रही समस्या

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय विधायक तुंहर दुआर अभियान के तहत आज चौथे दिन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम वार्ड में सुबह से पूरे समय दौरा कर एक-एक गलियों में कॉलोनी के लोगों से मुलाकात कर पूर्व में करवाए कार्यों की पड़ताल की एवं गोगांव अण्डर ब्रिज में वर्षों से लंबित कार्य जिसके चलते लोगों के आवाजाही में परेशानी हो रही थी को पूर्ण कराने अपनी उपस्थिति में ही कार्य करने आरंभ कराया। वहीं पूरे राजधानी में विख्यात विलुप्त झगरहीन डबरा जो अशोक नगर पर स्थित है, जहां प्राकृतिक रूप से बारहों महीने पानी के रिसाव के कारण दर्शनीय स्थल है को अत्याधुनिक सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश दिए।

विधायक विकास उपाध्याय का विधायक तुंहर दुआर के तहत आज क्षेत्र में धुंआधार जन-संपर्क अभियान का चौंथा दिन था। क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा वार्ड होने की वजह से आज वे डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम वार्ड में पूरे समय लोगों के बीच जन-संपर्क में रहे। इस बीच वे वोडाफोन टावर गली के विकास नगर में लोगों से पूछा कि सामान्य बारीश की वजह से ही घरों में पानी घूस जाने की समस्या जो व्याप्त थी उसका निदान हुआ कि नहीं? विधायक विकास उपाध्याय ने इसे लेकर पूर्व में ही संबंधित विभाग के कर्मियों को प्राथमिकता पर कार्य संपन्न कराने के निर्देश दिए थे, जो अब पूरी तरह से वर्षों से लंबित यह समस्या सुलझ गया है। विकास नगर के लोगों ने इसके लिए विधायक का धन्यवाद ज्ञापित किया।

विधायक उपाध्याय इस बीच गोगांव अण्डर ब्रिज के निरीक्षण में भी गए, जो इस क्षेत्र के तमाम कॉलोनियों को रिंग रोड से जोड़ती है। पिछले काफी समय से अण्डर ब्रिज का कार्य अधूरा होने के चलते पूरे क्षेत्र में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसे चालू कराने अपनी उपस्थिति में ही कार्य को आरंभ कराया। इससे प्रीतम नगर, प्रगति नगर, छोटा अशोक नगर, बड़ा अशोक नगर, विकास नगर, ज्योतिबा नगर, बांसटाल, एकता नगर, जनता कॉलोनी, साहू पारा, कोटा, भवानी नगर, सतनामी पारा सहित गुढ़ियारी क्षेत्र से लगे एक बड़े समुदाय को अण्डर ब्रिज से होते हुए आवागमन करने राहत मिलेगी। विकास उपाध्याय ने झगरहीन डबरा अशोक नगर में स्थित विलुप्त पड़े दर्शनीय स्थल को अत्याधुनिक साज सज्जा के साथ सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य हो कि राजधानी के बीच यह एक ऐसा स्थल है जिसकी पुरानी मान्यताएँ जुड़ी हुई हैं। इस स्थल पर बारहों महिने पानी के रिसाव के चलते एक समय लोगों के लिए प्रचलित दर्शनीय स्थल रहा है, परन्तु इसके रख-रखाव व प्रशासन द्वारा ध्यान न देने से विलुप्त होते जा रहा था। जो अब विधायक की सजगता के कारण फिर से यह स्थल चर्चा में आ गया है।