अवैध कब्जों के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई फौरी तौर पर साफ-सफाई का एक अभियान मात्र रह गया है। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद नगर निगम ने शहरभर में जमकर तोड़फोड़ की। सालों पुराने अवैध कब्जों को हटाया। सड़कों पर पक्के निर्माण तोड़ गए। ठेले-खोमचे और स्थायी-अस्थायी कब्जों को हटाया गया। लोधीपारा चौक से पंडरी बस स्टैंड, टिकरापारा से संतोषी नगर, आमापारा से फूल चौक, भाठागांव से कुशालपुर, पचपेड़ी नाका, फाफाडीह चौक से जयस्तंभ चौक, अशोक नगर, पुरानी बस्ती, राम सागर पारा, आमानाका से आमापारा, गुढ़ियारी सहित लगभग पूरे शहर में कार्रवाई की गई। इन कार्रवाइयों के बाद बमुश्किल दो-चार दिन हालात ऐसे रहे, जैसे रायपुर शहर मेट्रो बन गया।
चिकनी मंदिर से एवरग्रीन चौक
दुकानें : 195 दुकानें सड़क के दोनों ओर
कब्जा : 8 से 10 फीट रोड के दोनों साइड
कार्रवाई : पांच साल में 90 से ज्यादा बार
ट्रैफिक : 55 हजार से ज्यादा फुट फॉल
जयस्तंभ चौक से कोतवाली चौक
दुकानें : 896 दुकानें सड़क के दोनों तरफ
कब्जा : 5 से आठ फीट रोड के दोनों ओर
कार्रवाई : 5 साल में 100 से अधिक बार
ट्रैफिक : 95 हजार से ज्यादा वाहन-पैदल
गुरुनानक चौक से फूल चौक
दुकानें : 995 दुकानें सड़क के दोनों तरफ
कब्जा : 5 से सात फीट रोड के दोनों ओर
कार्रवाई : पांच साल में 50 से ज्यादा बार
ट्रैफिक : 90 हजार से ज्यादा वाहन-पैदल