सरकारी योजनाओं पर लापरवाही अंततः पंचायत सचिव को भारी पढ़ा, बोईरलामी ग्राम पंचायत सचिव निलंबित

शिखादास/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद (पिथौरा ).  केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी कार्यो की घोषणा कर जिला पंचायत, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायतो को भी वित्तीय सहयोग शासन अपने स्तर पर कर रही है ताकि ग्रामीण ग्राम पंचायतो का विकास हो और जनजीवन को सुविधा उपलब्ध हो। कार्य को अमलीजामा रुप मिले इसके लिए लाखों करोडों सरकार दे रही हैं पर स्वेच्छाचारी, भ्रष्टाचारी, लापरवाही की सारी हदें पार करनेवाले तानाशाह कुछ अधिकारियों, कर्मचारियों, सचिवों की कमी नहीं है, जो ग्राम सुराज को कुराज मे बदलनें मे जरा भी नहीं हिचकते हैं। वित्तीय भ्रष्टाचार मे भी सबसे आगे ही रहते है, पब्लिक-मीडिया सब वाकिफ़ है ।मातहत को पटाकर रखो हमारा कुछ नहीं बिगड़ने वाला पर कई बार पासा उल्टा भी पड जाता है विशेष कर जब मुख्यमंत्री का आकस्मिक कार्यक्रम चल रहा हो और भयाक्रांत हो अफसरशाही ?

14 अप्रेल की ग्राम सभा से भी थे नदारद सचिव ग्रामीण नाराज

महासमुंद जिला पंचायत अन्तर्गत पिथौरा जनपद के ग्राम पंचायत बोईरलामी के सचिव वृंदावन विश्वकर्मा के खिलाफ पंचायत सरपंच ने 14 अप्रैल 22 को ग्राम सभा मे अनुपस्थिति की शिकायत पिथौरा जनपद मे ग्रामीणों की नाराजगी के बाद किया गया था।

सचिव ना जाँच कमेटी के सामने आये ना ही तीन बार जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया

जाँच कमेटी ने 20 अप्रैल को ही पेश होने कहा पर सचिव वृंदावन विश्वकर्मा उपस्थित नहीं हुए तो उन्हें कारण बताओ नोटिस 28 अप्रेल को जारी किया गया, पर सचिव ने जवाब देना भी उचित नही समझा तो फिर 2 मई को भी नोटिस दिया गया पर उसका भी कोई जवाब सचिव ने नहीं दिया आखिर ऐसा बेखौफ़ क्यों हुए ए सचिव महोदय ? इसका जवाब भी भ्रष्ट तँत्र का बरसों से सँरक्षण ही है शायद इनका यह रवैय्या ना पँचायत हित मे है ना गाँव ग्रामीण हितों मे ।
तीन बार के कारणबताओ नोटिस का जवाब ना देना जांच कमेटी के सामने उपस्थित ना होना सचिव वृन्दावन विश्व कर्मा का रवैया “मेरी मर्जी मैं चाहे ये करूँ वो करुँ मेरी मर्जी ” का डिस्को गाना सुनाने वाले इस पंचायत सचिव को आखिरकार भारी पढ़ ही गया।जनपद सीईओ पिथौरा द्वारा सरपंच व ग्रामीणोँ की शिकायत के बाद जांच प्रतिवेदन के आधार पर छग पँचायत सेवा अधिनियम के तहत निलंबन आदेश जिला पंचायत सीईओ ने जारी किया।आखिर स्थानीय प्रशासन का खौफ क्यों नहीं ऐसे सचिव को यह भी सवालों के दायरे मे तो आता ही है?

गौठान-गोबर खरीदी योजनाओं को भी सचिव ने दिखाया ठेँगा

पिथौरा जनपद सीईओ ने जिला पंचायत को दिये प्रतिवेदन मे बताया कि लगातार ड्यूटी मे इस सचिव की अनुपस्थिति से ग्रामीण जन को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा गौठान कार्य गोबर खरीदी सब नहीं हो पा रहा है।

सचिव अपनी कार से ही कभी-कभी आते-जाते रहे पंचायत

पंचायत मुख्यालय बोईरलामी मे कभी भी पंचायत सचिव नही रहे । सांकरा के आगे सुदूर अपने गांव देवसरार से कभी-कभी आना जाना करनेवाले सचिव वृंदावन विश्वकर्मा पिथौरा जनपद से करीब 25-30 किलोमीटर दुर बोईरलामी मे पदस्थापना के बाद से ही पंचायत के अंतिम छोर व ग्रामीणजन के भोलेपन का लाभ उठाते रहे सचिव। ग्रामीण तो यहां तक कह रहे थे कि ऐसे सचिव को बर्खास्तगी होनी चाहिए । पंचायत सचिव निलंबित कोई पहली बार नहीं हुए हैं कुछ वर्ष पहलें भी निलँबित हुए थे सचिव वृंदावन विश्वकर्मा ।
जनपद सीईओ पिथौरा का बयान लेने का प्रयास किया गया पर संपर्क नही हो पाने की स्थिति में उनका कथन नही लिया जा सका। बोईरलामी पंचायत के करारोपण अधिकारी टीएसठाकुर.ने बताया कि लगातार कार्य मे घोर लापरवाही अनियमितता स्वेच्छाचारिता ग्राम सभा मे अनुपस्थिति गोबरखरीदी गौठान निर्माण मे लापरवाही निरंकुशता की शिकायत के आधार पर जांच प्रतिवेदन पर जिला पंचायत महासमुंद द्वारा 10मई को निलंबन की कार्य वाई की गई हैं।