जनवरी माह से चरणबद्ध आंदोलन
यह पहली बार है कि वेज-रिवीजन को लेकर जनवरी माह से शुरू वार्ता अब तक अंजाम तक नहीं पहुंच पाई। इसको लेकर श्रमिक संगठन चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। श्रमिकों ने पहले ओवर टाईम बंद करने का निर्णय लिया फिर क्रमिक भूख हड़ताल के बाद प्रबंधन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एफआरएएस सिस्टम लागू किया तो 17 मार्च से प्रोडक्शन बंद हो गया। पिछले तीन दिनों में लगभग 6 लाख टन लौह अयस्क का उत्पादन बाधित हुआ है। श्रमिक प्रतिनिधियों ने बताया कि वे उत्पादन बाधित नहीं करना चाहते लेकिन प्रबंधन मजदूरों को वर्क जॉब अवार्ड करने से मना कर रहा है। इसके कारण उत्पादन बंद हो गया है।
एनएमडीसी के शेयरों में आई मंदी
स्टील के सेक्टर में आई वैश्विक मंदी से शेयर मार्केट में आए उतार चढ़ाव केबाद अब लौह अयस्क का उत्पादन प्रभावित होने से एनएमडीसी के शेयरों में भी मंदी देखी जा रही है। एनएमडीसी में चल रहे गतिरोध के कारण स्टॉक मार्केट में एनएमडीसी के शेयरों में 15 फीसदी की कमी दिख रही है।
किरन्दुल संयुक्त खदान मजदूर संघ रौनक मिश्रा ने कहा श्रमिक संगठन जब हड़ताल पर बैठे हैं, ऐसे में एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा बिना उनसे चर्चा के एफआरएएस सिस्टम अचानक लागू करने का फैसला तुगलकी है। हमारी मुख्य मांग है कि प्रबंधन तत्काल वेज-रिवीजन लागू करे।