तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि डीएमके के एक और नेता ने विवादित बयान दिया है। डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और HIV से भी ज्यादा घातक है। ए राजा ने इसपर बोलते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि सनातन धर्म की रक्षा करो और उसका पालन करो। अगर वो सनातन धर्म का पालन करते तो वे इतनी बार विदेश नहीं जाते।
ए राजा ने इस दौरान पीएम मोदी पर भी निशाना साधा। ए राजा ने आगे कहा, ‘आज मंत्रिमंडल के लोगों को बुलाकर सनातन धर्म के प्रचार की बात कह रहे हैं। मैंने पीएम मोदी और अमित शाह को चुनौती दी है कि अगर सनातन के बारे में जानना है और यदि बहस करना है तो मैं इसके लिए तैयार हूं। दिल्ली में आप 1 करोड़ लोगों की भीड़ बुलाइए। आपके शंकराचार्य को भी मंच पर बिठाइये। आप अपने साथ सारे तीर-कमान, भाला, तलवार लेकर आईए और मैं सिर्फ अंबेडकर और पेरियार की किताब लेकर आऊंगा।’
मैं चुनौती देता हूं…
डीएमके सांसद ने कहा, ‘आपके साथ जगत गुरु हैं और मैं एक साधारण इंसान हूं। आपकी नजरों में मामूली पंचम शूद्र हूं। तुम जहां बुलाओंगे मैं वहां आने को तैयार हूं। आऊंगा लेकिन हिंदी नहीं बोलूंगा। सिर्फ अंग्रेजी बोलूंगा और अगर अंग्रेजी समझ नहीं आती है तो उसका जिम्मेदार मैं नहीं है।’ ए राजा ने कहा कि उदयनिधि ने बहुत नरमी से बयान दिया था। मैं और सख्त लहजे में बात करूंगा। अगर सनातन के बारे में बोलने के लिए आपके पास कोई है तो सबके सामने इस मंच से चुनौती देता हूं कि दिल्ली में जहां बुलाओ ए राजा आने के लिए तैयार है।