रायपुर। विगत नवंबर 2024 से एन.एस.जी.(मानेसर गुडगांव) की 14 सदस्यीय दल रायपुर छत्तीसगढ़ में रहकर राज्य के अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट व्यक्तियों के निज सुरक्षा ड्यूटी में कार्यरत पीएसओ लोगों को पीटीएस माना में प्रशिक्षण प्रदान कर रही थी। उपरोक्त 14 सदस्यीय राष्ट्रीय सुरक्षा गादर (पीएसओ) दल का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे। पीएसओ के साथ उपरोक्त टीम द्वारा व्हीआईपी सुरक्षा में लगे पुलिस के वाहन चालकों को भी प्रशिक्षित किया गया।
सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, गुप्तवार्ता, अमित कुमार (भारतीय पुलिस सेवा) के निर्देशन एवं देखरेख में आयोजित किया गया था। नवम्बर 2024 से प्रारंभ हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का 23 जनवरी को समापन कार्यक्रम पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय, माना, रायपुर में आयोजित किया गया। निज सुरक्षा अधिकारियों का 12-12 दिवसीय प्रशिक्षण 04 बैच में 352 पीएसओ एवं 06-06 दिवसीय प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ के 343 पुलिस के वाहन चालकों को आपातकालिन स्थिति में किये जाने ड्रील एवं व्हीआईपी सुरक्षा में किये जाने वाले कार्यों का प्रशिक्षण दिया गया।
उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीटीएस माना में पीएसओ एवं पुलिस वाहन चालकों का संयुक्त अभ्यास एसएसजी के नेतृत्व में कराया गया। जिसमें आपातकालीन परिस्थिति में वाहन चालकों एवं पीएसओ द्वारा क्या किया जाना है विस्तार से डेमो एवं ड्रिल के द्वारा समझाया गया। अमित कुमार ने बारिकी से डेमो ड्रील का मुवायना किया।
23 जनवरी को डेमो ड्रिल अभ्यास एवं समापन कार्य क्रम में मुख्यअतिथि अति. पुलिस महानिदेशक (गुप्तवार्ता) अमित कुमार भा.पु.से. के साथ पुलिस महानिरीक्षक, कानून एवं व्यवस्था, अभिषेक शांडिल्य, भा.पु.से., उप पुलिस महानिरीक्षक, विशेष शाखा, एम.एम. कोटवानी, भा.पु.से., वरिष्ठ सेनानी, व्हीआईपी सुरक्षा वाहिनी, राजेश अग्रवाल, भा.पु.से., एवं एस.पी. पीटीएस माना राजकुमार मिंज, सहायक पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा, ज्ञानेन्द्र अवस्थी के साथ एन.एस.जी. के टीम प्रभारी दिनेश सम्बरवाल के साथ 13 सदस्यीय एन.एस.जी. प्रशिक्षण दल उपस्थित रहे।
अति. पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता ने कहा छत्तीसगढ़ के वतर्मान परिस्थिति को देखते हुए व्हीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों एवं चालकों को भविष्य में भी लगातार प्रशिक्षण दिये जाने पर जोर देते हुये भविष्य में पुन: प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने एवं एनएसजी दल को श्रेष्ठ प्रशिक्षण दल बताया। अमित कुमार द्वारा एन.एस.जी. के प्रशिक्षकों की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा राष्ट्रीय एजेंसी सीआरपीएफ एवं एनएसजी द्वारा राज्य के व्हीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों को लगातार प्रशिक्षण दिये जाने की बात कही।
अभिषेक शांडिल्य भा.पु.से ने व्हीआईपी सुरक्षा में लगे जवानो को प्रतिवर्ष प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने आप को अपडेट एवं अपग्रेड रखने की बात कही।
एम.एम. कोटवानी भा.पु.से ने व्हीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों को नियमित व्यायाम, योगा कर अपने आप को मानसिक एवं शारीरिक रुप से स्वस्थ्य रखने की सलाह दी।
वरिष्ठ सेनानी व्हीआईपी सुरक्षा वाहिनी ने सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा प्रशिक्षणाथियों की संख्या आदि के बारे में बताया तथा पुलिस में प्रशिक्षण के महत्व पर बल दिया।
ग्रुप कमांडर एनएसजी दिनेश सम्बरवाल ने राज्य के व्हीआपी सुरक्षा में लगे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस जवानों की सराहना किया तथा पुलिस जवान के धैर्य तथा समर्पण की भावना से प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात कही।
23 जनवरी के डेमो कार्य क्रम में व्हीआईपी के काफिले में बाहरी आक्रमण होने पर पीएसओ द्वारा दिये जाने वाले प्रतिक्रिया के बारे में दर्शाया गया। समापन कार्यक्रम के आभार प्रदर्शन राजकुमार मिंज, एसपी पीटीएस माना द्वारा किया गया। अमित कुमार सहित पुलिस के वरिष्ट अधिकारियों, एनएसजी प्रशिक्षक दल एवं प्रशिक्षाणाथों के साथ दोपहर का भोजन किये।