रायगढ़। जूटमिल पुलिस ने सक्ती और जांजगीर के गांजा तस्करों के एक बड़े गिरोह के लोगो को पकड़ने में सफल हुई है। जिसमें पुलिस को सूचना मिली कि सक्ती, जांजगीर-चांपा के कुछ व्यक्ति सब्जी खरीदी बिक्री की आड़ में अवैध रूप से उड़ीसा से गांजा लाकर सक्ती, कोरबा में बिक्री करते हैं जिसकी पुष्टि व कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा रूट के थाना प्रभारियों को कार्रवाई का निर्देश दिए थे। थाना जूटमिल प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने अपने दलबल के साथ कोड़ातराई हवाई पट्टी के पास घेराबंदी की। यहां एक सफेद रंग की अल्टो कार क्रमांक सीजी 13 एएस 6967 और एक छोटा हाथी टाटा एस गोल्ड क्रमांक सीजी 13 एएम 2987 खड़ी पाई गई, दोनों वाहनों में एक महिला समेत कुल पांच लोग मौजूद थे।
संतराम खुंटे सक्ती, सुमित्रा खुंटे गोडबोरदी, खरसिया, वर्तमान निवासी सक्ती, राजाराम सतनामी सक्ती, अंकित सिंह पामगढ़, जांजगीर-चांपा और महेन्द्र टण्डन लालखदान, तोरवा, बिलासपुर के रूप में हुई है। पुलिस द्वारा की वाहन की जब तलाशी ली गई तो दोनों गाड़ियों से कुल 175 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 35 लाख रुपये आंकलन की गई हैं।। इसके साथ ही गांजा तस्करी में प्रयुक्त कार व पिकअप जब्त की गई है। कुल 43 लाख की संपति जब्त की गई है।
पुलिस के पूछताछ में आरोपितों ने उड़ीसा से गांजा लाकर सक्ती और कोरबा आसपास के क्षेत्रों में बेचना स्वीकार किए है। बहरहाल सभी आरोपितों पर एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।
सप्लाई नेटवर्क कुंडली की पड़ताल
पुलिस अब पकड़े गए आरोपितों के निशानदेही पर गांजा की खेप के बारे में पता लगा रही है। ताकि पुलिस टीम अवैध गांजा के स्त्रोत, सप्लाई चैन को ध्वस्त कर सके। इसके अलावा वित्तीय लेनदेन की कुंडली भी खंगालने की कवायद में जुट गई है।
इंटर स्टेट बैठक के बावजूद धड़ल्ले से तस्करी
12 अगस्त को छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने वर्चुअल मीटिंग कर अवैध आर्म्स, मादक पदार्थों, और पशु तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा की गई थी। दोनों राज्यों में अवैध तस्करी के मूल स्रोतों का पता लगाना और उन पर इंड-टू-इंड प्रभावी कार्रवाई करना था। लेकिन इस कार्रवाई से ऐसा होता नजर नही आया हैं।