छह महीने में ही 3 करोड़ से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। ज्यादा रकम वापसी या महंगे सामान देने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वालों का ट्रेंड अब बदल गया है। ऐसे जालसाज अब बुजुर्गों, गृहिणी और सिंगल महिलाओं को निशाना बना रहे हैं।

सोशल मीडिया में फंसाने के बाद बदनाम करने की धमकी देकर इनसे लाखों रुपए की वसूली की जा रही है। पिछले 6 माह में केवल रायपुर में ही 800 से ज्यादा ठगी की शिकायतें सामने आई है। इसमें तीन करोड़ से ज्यादा की ठगी की गई। पुलिस अब तक सिर्फ 50 लाख रुपए ही रिकवर कर पाई है। घर की गृहिणी और सिंगल महिलाओं से पहले सोशल मीडिया में दोस्ती की जाती है। इसके बाद उनकी फोटो या वीडियो बना लिया जाता है।

इसके साथ ही शुरू हो जाती है वसूली। राजधानी में ऐसे कई केस हैं जिनमें महिलाओं ने बदनामी के डर से ठगों को लाखों रुपए दे दिए। इसी तरह सरकारी नौकरी से रिटायर होने वाले बुुजुर्गों को पीएफ या एलआईसी की रकम दिलाने का झांसा दिया जाता है। अधिकतर बार युवतियों से वीडियो कॉल करवाकर उन्हें ट्रैप किया जाता है। जैसे ही वीडियो बनता उनसे बड़ी रकम मांगी जाती। शहर और समाज में बदनामी के डर से ऐसे बुजुर्ग ठगों को लाखों रुपए दे देते हैं। ऑनलाइन ठग इस तरह के लोगों को आसानी से अपने झांसे में ले लेते हैं। क्योंकि इनमें ज्यादातर किसी को भी कुछ भी बताने से डरते हैं। लगातार रकम जाने के बाद ही इस तरह के मामलों का खुलासा होता है।

शिवानंद नगर की 48 साल की महिला की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिये लंदन के एक युवक से हो गई। दोनों के बीच चैट पर बातचीत होने लगी। आरोपी ने विदेश से गिफ्ट और करंसी भेजने का झांसा दिया। पार्सल छुड़वाने के नाम पर महिला से 25 लाख ठग लिए। खमतराई पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है।

अभनपुर के रिटायर बिजली अधिकारी से 60 लाख की ठगी हो गई। ठगों ने उन्हें केवाईसी अपडेट करने का झांसा दिया। उनसे खाते की जानकारी ली और बाद में रिटायरमेंट का पूरा पैसा निकाल लिया। कई तरह की कोशिशों के बाद भी पुलिस मुश्किल से 5 लाख रुपए ही रिकवर कर पाई। जिस नाइजीरियन ने ठगी की थी उससे पैसा मिला ही नहीं।

चार करोड़ से ज्यादा की ठगी 61 लाख रुपए ही वापस हुए

ऑनलाइन ठगी के मामलों में पुलिस की सफलता दर बहुत कम है। पिछले साल 4100 ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज की गई। ठगों ने 4 करोड़ से ज्यादा की रकम खातों से पार कर दी। पुलिस वाले इसमें सिर्फ 61 लाख रुपए लोगों को वापस लौटा पाए। बाकी रकम ठगों ने खातों से पहले ही निकाल लिए।

छत्तीसगढ़ समेत देशभर में बढ़ रहा है ऑनलाइन फ्रॉड

देशभर में साइबर क्राइम की पड़ताल करने वाली संसदीय समिति ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को बताया है कि 2021 में साइबर फ्रॉड के 7.05 लाख केस थे। लेकिन 2023 में अब तक 19.94 लाख केस दर्ज हो चुके हैं। इन तीन साल में धोखाधड़ी में फंसा पैसा भी 542.7 करोड़ रु. से बढ़कर 2537.35 करोड़ हो गया है।

40 फीसदी आरोपियों तक ही पहुंच पाई पुलिस

राजधानी में ऑनलाइन ठगी के 104 से ज्यादा केस में 40 फीसदी आरोपी ही गिरफ्तार हो पाए हैं। पुलिस के पास इतनी शिकायतें आ रही हैं कि सभी मामलों में केस भी दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। अधिकतर मामलों में पुलिस आरोपियों को पकड़ ही नहीं पाती है। स्टाफ नहीं होने की वजह से अधिकतर शिकायतें थाना में ही दब जा रही है। ऐसे मामलों की जांच तक नहीं हो रही है।