धान की कस्टम मीलिंग को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा, जमकर हंगामे के बाद वाकआउट

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। कई स्थानों पर समय पर कस्टम मिलिंग न हो पाने का मामला आज सदन में गरमाया रहा. विपक्ष ने संग्रहण केंद्रों में धान के सड़ने का आरोप लगाया. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि कस्टम मिलिंग पूरा होने के बाद ही जानकारी दी जा सकेगी. 15 साल तक आप की सरकार रही कितना धान खराब हुआ है आप बताएं. कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. खाद्य मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार में 4000 से अधिक सेड और चबूतरे बनाए गए. बारिश पर किसी का रोक नहीं है बचाव के लिए पूरे उपाय सरकार कर रही है. अधिकांश स्थानों पर चबूतरे और शेड की व्यवस्था की गई है. अजय चंद्राकर ने पूछा कि प्रश्न काल में खाद्य मंत्री भाषण क्यों दे रहे हैं.

राजनांदगांव में कस्टम मिलिंग को लेकर कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू ने सवाल पूछा. दलेश्वर साहू ने कहा कि राजनांदगांव में राइसमिलर्स के पास बिजली का लाइसेंस नहीं है. उनकी बिजली खपत नहीं हुई और मिलर्स ने 60 हजार टन धान लेकर 40 हजार टन चावल दे दिया. विधायक ने अपनी मौजूदगी में प्रकरण की जांच की मांग की. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब दिया कि ऐसा नहीं हो सकता. निर्देश का पालन अनिवार्य है. यदि कोई जानकारी है परीक्षण कराया जाएगा. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब देते हुए कहा कि कस्टम मिलिंग से पहले दस्तावेज परीक्षण होता है. यदि किसी ने गड़बड़ी की है तो इसमें जांच कराएंगे. धान की कस्टम मिलिंग के मामले में कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू ने अपनी ही सरकार को घेर लिया. दलेश्वर साहू ने कहा कि जिस राइस मिल में बिजली लाइसेंस ही नहीं उसे कस्टम मिलिंग के लिए 2 लाख 40 हजार 998 टन धान मिलिंग के लिए दे दिया गया. दलेश्वर साहू ने खुद की मौजूदगी में जांच कराए जाने की मांग की.

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि कस्टम मिलिंग के पहले मिलर्स ने दस्तावेज जमा किए हैं. जहां गड़बड़ी हुई होगी वहां जांच करा ली जाएगी. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर ने कहा कि यह गम्भीर मामला है. मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में जांच कराए जाने की घोषणा की.

विधानसभा में कस्टम मीलिंग नहीं होने को लेकर भारी हंगामा हुआ. भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने 800 करोड़ से अधिक का धान सड़ने का आरोप लगाया. विपक्ष ने सदन की कमेटी बनाकर धान सड़ने के मामले की जांच कराने की मांग की.सदन की कमेटी से जांच कराने की मांग को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष ने सदन की समिति से जांच कराने की मांग करते हुए सदन से वाकआउट कर लिया.