पुलिस स्टेशन को बाप का घर समझने वाला रहीसजादा अंततः पहुंचा सलाखों के पीछे

छत्तीसगढ़ क्राइम्स की खबर रंग लाई

Chhattisgarh Crimes

शिखादास/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
पिथौरा। पिथौरा थाने में आरोपी की हथकड़ी से छुड़ाकर ले जाने तथा मारपीट के मामले में पिथौरा पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी राहुल राजपूत तथा उसके सहयोगी संदीप सिंह उर्फ सन्नी सरदार को धारा 342,294,323,506,34 भादवि 3(1) द ध एससी/ एसटी एक्ट के तहत अरेस्ट कर लिया है।

गौरतलब हो कि इस मामले पर प्रगतिशील सतनामी समाज ने बुधवार को पिथौरा थाना का घेराव कर अपना गहरा आक्रोश प्रगट करते हुए एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक के नाम का सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग किए जाने के बाद पुलिस द्वारा यह गिरफ्तारी सामने आई हैं। पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में सतनामी समाज जनों ने कानून को मजाक बनाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त किए जाने और तत्कालीन थाना प्रभारी के भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनके खिआफ भी कार्यवाही किए जाने की मांग किया गया है।

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इस मामले को लेकर आज प्रगतिशील सतनामी समाज के पदाधिकारी पीड़ित तरुण डहरिया पिता नोहर डहरिया (19) उनकी माता अनारकली डहरिया (40)को लेकर पिथौरा थाना पहुंचकर इस मामले में एक लिखित आवेदन देकर मामले में एफआईआर दर्ज करवाया गया है। इस दौरान पीड़ित मीडिया को बताया कि गिरि ढाबा में मैंने कभी काम नहीं किया रायगढ़ से राहुल राजपूत ने ही बाइक देकर कहा कि जाओ गांव घूम आओ। पीड़ित ने बताया कि पेट्रोल खत्म हो गया तो मैंने ही फोन कर राहुल राजपूत को बताया तो उसने किसी को भेजने की बात कहीं और पुलिस को भेजा फिर पुलिस वाले मुझे लेकर आए और हथकड़ी लगा दिए।

इस मामले पर जांच अधिकारी एसडीओपी प्रेम साहू ने बताया कि एसपी के निर्देशन में सायबर क्राइम टीम व पिथौरा पुलिस टीम ने रायगढ़ के कारोबारी राहुल सिंह पिता अरुण सिंह (26) एवं संदीप सिंह उर्फ सन्नी सरदार पिता गुरदीप सिंह (26) को अरेस्ट किया गया है साथ इस अपराध में प्रयुक्त ब्रेजा वाहन को भी जप्त किया गया है।

गौरतलब हो की छत्तीसगढ़ क्राइम्स ने इस मामले को गंभीरता के साथ लगातार उठाया और प्रगतिशील सतनामी समाज इस मामले को लेकर मुखरता के साथ सामने आया तब कहीं जाकर घटना के पांच दिनों बाद आरोपियों को अरेस्ट किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले मे अब तक तीन पुलिस कर्मियों जिसमें एक हवलदार और दो आरक्षको के खिलाफ पुलिस अधीक्षक महासमुंद द्वारा कार्यवाही की जा चुकी हैं।