ब्रसेल्स में राहुल बोले- भारत में गांधी-गोडसे विजन की लड़ाई; मोदी I.N.D.I.A गठबंधन से डरकर देश का नाम बदलना चाहते हैं

Chhattisgarh Crimes
ब्रसेल्स. कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं। शुक्रवार को ब्रसेल्स के प्रेस क्लब में राहुल गांधी ने कहा- भारत में इस वक्त महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के विजन के बीच लड़ाई है। लोकतंत्र और संस्थान पर हमला हुआ है। हिंसा-भेदभाव बढ़ा है। अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी और निचली जातियां पर हमला किया जा रहा है।

I.N.D.I.A अलायंस से सरकार घबराई इसलिए देश का नाम बदलना चाहती है

कांग्रेस नेता बोले- I.N.D.I.A अलायंस को लेकर सरकार घबराई हुई है। हम भारत की आवाज हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री डरे हुए हैं इसीलिए वो देश का नाम बदलना चाहते हैं। यह पूरा मुद्दा अडाणी पर मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद हुआ, जिससे देश का ध्यान भटकाया जा सके।

राहुल गांधी के संबोधन की कुछ और खास बातें…

  • भारत के नेचर को बदलने की कोशिश की जा रही है। कई लोग वापस गरीबी में धकेल दिए गए है। भारत में पिछले 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है।
  • सरकार ने G20 के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को न्योता नहीं दिया। इससे साबित होता है कि वो देश की 60% जनता का नेतृत्व करने वालों को महत्व नहीं देते हैं। यह सरकार की सोच को भी दर्शाता है।
  • G20 की अध्यक्षता मिलना देश के लिए अच्छी बात है।
  • कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। हमारे अलावा इससे किसी और का कुछ लेना-देना नहीं है।
  • हम रूस-यूक्रेन जंग पर देश के रुख का समर्थन करते हैं। रूस से हमारे अच्छे रिश्ते हैं। विपक्ष भी इस मुद्दे पर वही स्टैंड लेता जो सरकार ने लिया है।
  • भारत एक बड़ा देश है। हमारे कई देशों के साथ संबंध और पार्टनरशिप है। भारत का हक है कि वो जिससे चाहे उससे रिश्ते रख सकता है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने ब्रसेल्स में यूरोपीय यूनियन के सांसदों से मुलाकात की। राहुल की इन सांसदों से मुलाकात को एल्विना एल्मेत्सा ने होस्ट किया। उनके साथ पियरे लारोतुरो भी थे।

ये राहुल का इस साल का तीसरा विदेश दौरा है। इससे पहले वे मार्च में ब्रिटेन और जून में अमेरिका दौरे पर गए थे। राहुल का ये दौरा ऐसे समय हो रहा है जब देश की राजधानी दिल्ली में G20 समिट हो रही है। वो समिट खत्म होने के बाद भारत लौटेंगे। वहीं, भारत जोड़ो यात्रा का एक साल पूरा होने पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। राहुल इन कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे।

बीते 9 साल में राहुल की 22 विदेश यात्राएं विवादित और सोशल मीडिया पर चर्चा में रही हैं। इनमें एक जर्मनी का वह दौरा भी जिसमें उन्होंने संसद में PM मोदी को गले लगाने का राज खोला था।