टूलकिट मामले में रायपुर पुलिस ने संबित पात्रा को भेजा नोटिस

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। टूलकिट मामले में रायपुर की पुलिस ने संबित पात्रा को नोटिस भेजा है। रायपुर के सिविल लाइन थाने की पुलिस ने एक नोटिस जारी किया है। शनिवार को जारी किए गए इस नोटिस में संबित पात्रा से टूलकिट मामले में पूछताछ का जिक्र है। पुलिस ने रविवार की शाम 4:00 बजे तक संबित पात्रा को खुद थाने पहुंचने को कहा है। उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी थाने की पूछताछ में शामिल होने का ऑप्शन दिया गया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने एक नंबर भी संबित को भेजा है। ताकि वो वीडियो कॉलिंग की मदद से पुलिस में अपना बयान दर्ज करवा सकें। ऐसा न करने पर संबित को पुलिस हिरासत में लेने का एक्शन भी ले सकती है, पात्रा को भेजे गए नोटिस में कार्रवाई की बात लिखी है।

डॉक्टर रमन सिंह से सोमवार को होगी पूछताछ

ऐसा नोटिस डॉ रमन सिंह को भी भेजा गया है। पुलिस ने उनसे 24 मई की दोपहर साढ़े 12 बजे घर पर ही रहने को कहा गया है। इस वक्त थाने की टीम उनसे पूछताछ करने उनके घर जाएगी। पुलिस ने ट्विटर अकाउंट किसका है? टूलकिट के दस्तावेज कहां से मिले? जैसे सवाल भी पहले से लिखकर डॉक्टर रमन को भेजे हैं। 9 तरह के निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिनमें सबूत से छेड़छाड़ करने पर गिरफ्तार करने की बात भी लिखी है। इसका विरोध भाजपा के नेता कर रहे हैं। शनिवार को रायपुर में पूर्व मंत्री मूणत और बृजमोहन अग्रवाल ने थाने का घेराव कर खुद की गिरफ्तारी की मांग पुलिस से की थी।

ये है पूरा विवाद

टूलकिट एक तरह की प्लानिंग की जानकारी होती है जिसमें किसी मुद्दे के प्रचार का जिक्र होता है। ये आमतौर पर डिजिटल प्लानिंग की तरह होता है कि जैसे किसी मुद्दे पर किस तरह के बयान देने हैं, कैसे प्रोपेगैंडा करना है। डॉक्टर रमन सिंह ने 18 मई को अपने ट्वीटर अकाउंट से कांग्रेस का कथित लैटर पोस्ट करते हुए दावा किया कि इसमें देश का माहौल खराब करने की तैयारी की प्लानिंग लिखी है। डॉक्टर रमन की तरफ से सोशल मीडिया पर लिखा गया कि कांग्रेस विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने कांग्रेस कुंभ का दुष्प्रचार व जलती लाशों की फोटो दिखाने का षड्यंत्र कर रही है।

इसके बाद युवा कांग्रेस के नेता इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास गए और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ FIR दर्ज हो गई। पुलिस ने यह केस NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर दर्ज किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉक्टर रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़न्त फेक न्यूज साझा कर देश मे साम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है।

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