बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सब्जी की खेती करने वाले राजस्थान के किसान को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। सब्जी की कीमत को लेकर हुए विवाद के बाद मध्यप्रदेश के जबलपुर के सब्जी कारोबारियों ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया।
आरोपियों ने रॉड से उसके सिर पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव को सड़क किनारे फेंक दिया। इस वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, दो आरोपी फरार हैं। घटना तखतपुर थाना क्षेत्र की है।
राजस्थान के भगवान विश्नोई जुनापरा चौकी क्षेत्र के बासाझाल गांव में 60 एकड़ जमीन लेकर फार्म हाउस बनाया है, जहां वह सब्जी की खेती करता था। बीते तीन सितंबर को उसके भाई श्रवण कुमार विश्नोई ने फार्म हाउस से उसके गायब होने की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस गुमशुदगी का केस दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी।
इसलिए जताई थी अपहरण की आशंका
भगवान के भाई श्रवण विश्नोई ने उसके अपहरण की आशंका जताई थी। उसने पुलिस को बताया कि दो सितंबर को वह फार्म हाउस गया था। इसके बाद वापस घर नहीं पहुंचा। इस बीच कृषि फार्म से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर उसकी बाइक और चप्पल मिला था।
कृषि फार्म में काम करने वाले मजदूरों से पूछताछ करने पर पता चला कि मध्यप्रदेश के जबलपुर से सब्जी लेने के लिए स्वराज माजदा चालक सगम अंसारी आया था, जिसके बाद से भगवान विश्नोई गायब है।
मेटाडोर चालक से हुआ था विवाद
पुलिस ने भगवान की तलाश करने के लिए फार्म हाउस में काम करने वाले मजदूरों से पूछताछ की, तब पता चला कि भगवान का जबलपुर के ड्राइवर सगम अंसारी से विवाद हुआ था। बताया गया कि जबलपुर के व्यापारी ने सब्जी का भाव तय कर कम कीमत मांग रहा था। कीमत कम नहीं करने पर ड्राइवर सब्जी छोड़कर जाने की बात कहने लगा।
तब भगवान ने उसे रोक लिया और उसके साथ विवाद शुरू कर दिया। इस दौरान उसने सगम की पिटाई भी कर दी थी। उसका कहना था कि उसके कहने पर ही वह सब्जी तोड़वा दिया है। उसने पहले से ही भाव तय कर दिया था। अब वह बिना सब्जी के उसे खाली हाथ जाने नहीं देगा। आखिरकार, सगम अंसारी ने अपने भाई से बात की और सब्जी लेकर रवाना हो गया।
भाई से मारपीट का बदला लेने किया अपहरण और कर दी हत्या
पुलिस इस केस की जांच कर रही थी। तभी कवर्धा जिले के कुंडा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे एक व्यक्ति की लाश मिली, जिसकी पहचान भगवान विश्नोई के रूप में की गई। अपहरण और हत्या का मामला सामने आने के बाद कोटा एसडीओपी सिद्धार्थ बघेल सहित पुलिस अफसर सक्रिय हुए। इस दौरान जांच के लिए पुलिस की टीम गठित कर जबलपुर रवाना किया गया।
पुलिसकर्मियों ने सनम अंसारी के भाई गुलशेर अहमद से पूछताछ की। उसने बताया कि भगवान विश्नोई ने उसके भाई सनम उर्फ सहवान शरीफ अंसारी के साथ मारपीट किया था। जिसका बदला लेने के के लिए वह अपने भाई सनम अंसारी, ट्रांसपोर्टर व सब्जी कारोबारी अन्नू गौर एवं गुलशन के साथ मिलकर कार से बासाझाल गए।
वहां से भगवान को पकड़कर कार में लेकर जबलपुर जाने के लिए निकले। फिर रास्ते में उन्होंने भगवान विश्नोई पर हमला कर उसकी हत्या कर और लाश को सड़क किनारे फेंक कर जबलपुर चले गए।
दो आरोपी गिरफ्तार, दो फरार आरोपियों की तलाश
अपहरण और हत्या के इस केस में पुलिस ने आरोपी गुलशेर अहमद को गिरफ्तार लिया है। वहीं, वारदात में इस्तेमाल कार को भी बरामद कर लिया गया है। जबलपुर में एक अन्य आरोपी सनम अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे बुधवार को बिलासपुर लाया जाएगा।
दो अन्य आरोपी अन्नू गौर एवं गुलशन की तलाश की जा रही है। इस कार्रवाई में तखतपुर टीआई एसआर साहू, एसआई गोपाल सतपती, एएसआई और चौकी प्रभारी मनोज शर्मा, प्रधान आरक्षक रविन्द्र मिश्रा, आरक्षक रामलाल सोनवानी, राकेश भारद्वाज, एसीसीयू टीम आरक्षक तरुण केशरवानी, प्रशांत राठौर शामिल रहे।