रायपुर। राजधानी के एक आटो पार्ट्स कारोबारी से 10 लाख की ठगी हो गई। कारोबारी की दुकान में द्वारिका यादव सेल्समैन का काम करता था। उसने मार्केट में जाकर दुकान से पार्टस खरीदने वाले कारोबारियों से पैसे वसूले। उन पैसों को कंपनी के खाते में जमा नहीं किया। अपने निजी कार्य में खर्च कर दिया। कंपनी में जब ऑडिट हुआ तब फर्जीवाड़े का पता चला। उसके बाद से आरोपी गायब है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि चौबे कॉलोनी निवासी प्रीति मुंदड़ा की आटो पार्ट्स की दुकान है। उनका कारोबार पहले कोटा में चलता था, अब डुमरतालाब शिफ्ट हो गया है। उनकी दुकान में लीली चौक निवासी द्वारिका यादव सेल्समैन था। पिछले एक साल से वह उनकी कंपनी में काम कर रहा था। वह मार्केट से पैसा भी वसूलता था। उसने पिछले साल एक दर्जन कारोबारियों से पैसा वसूला। उसे कंपनी के खाते में जमा करना था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। पैसे निजी कार्य में खर्च कर दिए।
पुलिस के अनुसार जब कारोबारी ने दूसरे कारोबारियों से संपर्क कर पेमेंट करने को कहा तब उन्होंने बताया कि पैसे सेल्समैन को दे दिए गए हैं। जबकि कंपनी में उसकी एंट्री नहीं है। इसके बाद कंपनी ने ऑडिट कराया तो आरोपी का फर्जीवाड़ा सामने आ गया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।