कोरबा जिले के RKTC कंपनी के दफ्तर पर चली गोली

Chhattisgarh Crimes

कोरबा। जिले के टीपी नगर स्थित RKTC कंपनी के ऑफिस में शुक्रवार देर शाम अज्ञात आरोपी ने फायरिंग की। राहत की बात ये रही कि गोली किसी को नहीं लगी, लेकिन ऑफिस का कांच क्रैक हो गया। घटना CSEB चौकी क्षेत्र की है। घटना की सूचना मिलते ही CSP योगेश साहू, कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा, CSEB चौकी प्रभारी नवल साव, साइबर सेल प्रभारी कृष्णा साहू समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।

आरोपी ने ऑफिस के अंदर एक धमकी भरा खत भी फेंका है, जिसमें लिखा है कि ‘अगर झारखंड में काम करना है, तो मुझसे सेटिंग करनी पड़ेगी, नहीं तो मौत के लिए तैयार रहना पड़ेगा’। बदमाश ने खुद को अमन साहू गैंग का सदस्य मयंक सिंह बताया है। कोरबा CSP योगेश साहू ने बताया कि बाइक सवार युवक गोलीबारी कर फरार हो गया। आरोपी की तस्वीर दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। आरोपी की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है, हालांकि उसने पहचान छिपाने के लिए हेलमेट लगाया हुआ था।

धमकी भरा पर्चा अंग्रेजी में टाइप किया गया है। इसमें कंपनी के संचालक सुशील सिंघल और अमर अग्रवाल को धमकी दी गई है। एक और भाई राजकुमार अग्रवाल का ऑफिस रायपुर में है।पुलिस ने बताया कि सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड की झारखंड के चतरा-टंडवा स्थित मगध और आम्रपाली एरिया में भी रेलवे साइडिंग तक का कोल परिवहन का काम मिला हुआ है। छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर पर कई गैंग सक्रिय हैं। आम्रपाली साइडिंग की कंपनी ऑफिस पर भी फायरिंग की घटना करीब 8 महीने पहले हुई थी। कंपनी के कर्मचारियों पर भी हमला हो चुका है, हालांकि किसी की जान नहीं गई थी।

पुलिस फिलहाल कंपनी के कर्मचारियों और आसपास के लोगों के बयान दर्ज कर रही है। पुलिस का कहना है कि धमकी भरे खत से पता चलता है कि घटना का संबंध कोयला कारोबार से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने शहर में नाकेबंदी कर दी है और आरोपी की तलाश में जुट गई है।

RKTC यानी आरके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी ठेकेदारी, पॉवर सेक्टर, फेरो एलाय और परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है। ये कंपनी न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि झारखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी सक्रिय है।

पर्चे में सुशील सिंघल और अमर अग्रवाल को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि ‘जितने भी कोयला माफिया जो रायपुर या झारखंड के बाहर से बैठकर कोयला का साम्राज्य चला रहे हो, कान का परदा खोल लो। आम्रपाली से शिवपुर साइडिंग का मैनेज नहीं करने का परिणाम है। ये अंतिम चेतावनी है। अमन साहू गैंग को नजरअंदाज करने का परिणाम मौत है। झारखंड में काम करना है, तो मेरे से मयंक सिंह (अमन साहू गैंग) से मैनेज करके सेटलमेंट करें, तभी काम स्टार्ट करें।’