सोनिया गांधी ने ओडिशा से सांसद सप्तगिरी शंकर को छत्तीसगढ़ का प्रभारी सचिव बनाया

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रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ओडिशा के कोरापुट सांसद सप्तगिरी शंकर उलका को छत्तीसगढ़ कांग्रेस का नया प्रभारी सचिव बनाया है। उनको प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया के सहयोगी के तौर पर काम करना है। उलका यहां पर डॉ. अरुण उरांव की जगह लेंगे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिव रहे उरांव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि “सप्तगिरी शंकर उलका को छत्तीसगढ़ का प्रभारी सचिव बनाया गया है। अभी उनकी जिम्मेदारी तय नहीं हुई है। वे ओडिशा के कोरापुट से कांग्रेस सांसद हैं। उनके पिता भी कई बार सांसद और ओडिशा विधानसभा में विधायक रहे हैं।’ प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि उनको अरुण उरांव की जगह पर लाया गया है या वे प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव की जगह पर लाए गए हैं। अभी तक परंपरा रही है कि कांग्रेस नेतृत्व एआइसीसी के महासचिव को प्रभारी बनाकर दो नेताओं को प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी देता रहा है। 2014 चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने संगठन में बड़ा फेरबदल किया था। बाद में पीएल पुनिया को प्रभारी महासचिव और अरुण उरांव व चंदन यादव को प्रभारी सचिव बनाकर छत्तीसगढ़ भेजा गया। लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ भविष्य देखकर अरुण उरांव ने पाला बदलकर कांग्रेस की किरकिरी कराई थी।

टेक्नोक्रेट आदिवासी चेहरा

सप्तगिरी उलका की नियुक्ति के साथ प्रदेश कांग्रेस को एक टेक्नोक्रेट आदिवासी चेहरा मिल रहा है। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर उलका ने इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीस और रेनबैक्सी के साथ काम किया है। वे दूसरी बार सांसद बने हैं। बताया जा रहा है कि यह कवायद अगले चुनावों से पहले पार्टी को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए की जा रही है। पुनिया का प्रदेश में अच्छा होल्ड हो गया है, अब ऐसा माना जा रहा है कि उलका के आने के बाद नई टेक्नोलॉजी का उपयोग कर कांग्रेस प्रदेश की प्रत्येक सीट का एनालिसिस करेगी। साथ ही सभी मंत्रियों, विधायकों के काम की, छबि की समीक्षा का काम भी होगा। इसके लिए अलग सेल के स्थापना की भी बात हो रही है।