प्रताड़ना से त्रस्त ससुर ने बेटी का सुहाग मिटाया, दामाद की हत्या कर शव रेल्वे ट्रैक पर फेंका

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई एसीसीयू व कोटा पुलिस ने

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। कलमीटार रेल्वे स्टेशन के पास मिले अज्ञात युवक के हत्या की गुत्थी बिलासपुर पुलिस ने सुलझा ली है अज्ञात शव की शिनाख्त होने के कुछ घण्टो बाद ही मृतक की पत्नी, ससुर सहित आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए है।

रोज रोज की प्रताड़ना से तंग आकर मृतक की पत्नी के कहने पर उसके पिता ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने दामाद की हत्या कर शव को रेल्वे ट्रेक पर फेंककर उसे आत्महत्या का रूप देने असफल प्रयास किया रेल्वे ट्रेक के किनारे शव मिलने पर जांच में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से हत्या के रहस्य से परदा हटा दिया बिलासपुर पुलिस ने थाना कोटा में अपराध क्रमांक 466/23 धारा 302, 201, 34 भा.द.वि.दर्ज कर योगेशवर सिंगरौल पिता बालमुकुंद सिगरौल उम्र 30 वर्ष सा. ग्राम भरेवा थाना पथरिया जिला मुंगेली हाल मुकाम डबरीपारा सरकण्डा के हत्यारे रामअवतार सिंगरौल पिता मैकु राम सिंगरौल उम्र 55 साल साकिन ग्राम मोछ , विनोद सिंगरौल पिता छेदी लाल सिंगरौल उम्र 47 साल साकिन ग्राम खैरी, लखन लाल साहू पिता लोमस राम साहु उम्र 48 साल साकिन ग्राम मोछ तीनो थाना तखतपुर व राम विशवम्भर लोनिया उर्फ लाला पिता कुज राम लोनिया उम्र 40 साल साकिन ग्राम तिफरा यदुनंनदन नगर थाना सिरगिट्टी तथा मृतक की पत्नी दुर्गा सिंगरौल पति योगेशवर सिंगरौल उम्र 25 साल साकिन ग्राम मोछ थाना तखतपुर हाल मुकाम महावीर पैराडाईस होटल मंगला चैंक बिलासपुर को हिरासत में लिया गया है ।

बिलासा गुड़ी में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस कप्तान ग्रामीण राहुल।देव ने बताया कि बीते 27 जून को रेल्वे स्टेशन कलमीटार के कर्मचारियों द्वारा सूचना दिया गया कि कमलीटार स्टेशन के पास रेल्वे ट्रेक में किसी अज्ञात 30 वर्षीय पुरूष का शव पडा हुआ है उक्त सूचना पर थाना कोटा पुलिस द्वारा मौके पर पहुॅच कर शव का पंचनामा किया गया अज्ञात शव के सिर के पीछे हिस्से में गंभीर चोंट के निशान थे शव का आस-पास के ग्रामिणो से पहचान कराने का प्रयास किया गया किन्तु पहचान नही हो पाया अज्ञात पुरूष की हत्या कर दुर्घटना का रूप देने रेलवे ट्रेक पर फेंका गया था।

घटना के संबंध में तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराए जाने के बाद एसडीओपी कोटा सिद्धार्थ बघेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोटा निरीक्षक उत्तम साहू एवं ए.सी.सी.यु. प्रभारी निरीक्षक धमेन्द्र वैषणव द्वारा टीम गठित कर अज्ञात शव की शिनाखतगी तथा अज्ञात आरोपीयों की पतासाजी हेतु अलग-अलग क्षेत्र में टीम रवाना किया गया, साथ ही अज्ञात शव की शिनाखतगी हेतु सभी थाना प्रभारी एवं सरहदी जिले के थानो में रेडियों मैसेज कराकर शव की शिनाखतगी का प्रयास किया गया था। मृतक के सर्ट के जेब में मंगला चैक स्थित रेस्टोरट के मालिक का मोबाईल नम्बर लिखा हुआ पाया गया जिसे आधार पर मृतक को अंतिम बार बिलासपुर क्षेत्र में देखे जाने की संभावना पर रेस्टोरंेट के मालिक से संपर्क किया गया जिस पर उसके द्वारा रेस्टोरंेट में शेफ का काम मांगने आने बताया गया तथा उक्त मृतक को रेस्टोरेट मंे लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे में भी देखा गया उसके बाद मृतक कहाॅ गया इसका पता नही चल पा रहा था पुलिस टीम द्वारा मंगला चैंक उसलापुर, नेहरू चैंक, महाराणा प्रताप चैंक, मंगला बस्ती एवं आसपास के चैंक चैराहो में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरो को खंगाला गया काफी मेहनत के बाद 31जून को मंगला चैंक वंदना हास्पिटल के पास स्थित होटल में लगे सी.सी.टी.वी कैमरे को बारिकी से देखने पर उक्त मृतक वहाॅ दिखाई दिया तथा लगातार कैमरे का अवलोकन करने पर लगभग 02 घण्टे तक मृतक होटल के आस-पास बार-बार आते जाते हुये देखा गया जिस पर उक्त मृतक के फोटो को होटल के कर्मचारी को दिखाकर पुंछा गया जो कर्मचारी द्वारा उक्त मृतक को होटल की महिला कर्मचारी दुर्गा सिगरौल से कई बार मिलने आना जाना बताने पर दुर्गा सिंगरौल से मृतक का फोटो दिखाकर पुछताछ करने पर मृतक का पहचान अपने पति योगेशवर सिंगरौल के रूप में किया गया मृतक की शिनाखतगी होने के बाद उसकी पत्नि दुर्गा सिंगरौल से बारिकी एवं कडाई से पुछताछ करने पर आरोपीया दुर्गा सिगरौल द्वारा बताया गया कि करीब 03 वर्ष से दोनो पति-पत्नि अलग रहना तथा मृतक योगेशवर सिगरौल द्वारा इसके चरित्र में शंका कर इसे बार-बार होटल आकर मारपीट एवं प्रताडित करने से तंग आकर अपने पिता रामावतार सिंगरौल को फोन करके महावीर होटल के पास बुलाना और हमेशा के लिये योगेशवर सिगरौल को अपने रास्ते से हटाने के लिये अपने पिता जी को बोलने पर आरोपी रामावतार सिगरौल द्वारा अपने अन्य साथीयों विनोद सिंगरौल एवं लखन साहू द्वारा मृतक योगेशवर सिंगरौल को मौके पर मारपीट कर हाथ बांधकर मोटर सायकल से ग्राम मोछ ले जाना एवं वहाॅ भी बेरहमी से मारपीट करना तथा आरोपी रामाअवतार द्वारा अन्य साथी तिफरा निवासी लााल उर्फ विशम्भर लोनिया को बुलाकर दो मोटर सायकल में चारो आरोपीयों द्वारा योगेशवर सिगरौल को मोटर सायकल में बैठाकर कलमीटार रेल्वे स्टेशन के पास ले जाकर हत्या करने की नियत से चारो लोग मिलकर मारपीट किये तथा उसी दौरान रामअवतार द्वारा रेल्वे ट्रेक के पास पडे पत्थर से मृतक के सिर के पीछे तरफ मारा गया जिससे मृतक योगेशवर सिंगरौल वहीं गिर गया तथा मौके पर मृत्यु हो गयी तब मृत्यु को दुर्घटना का रूप देने के लिये चारो आरोपीयो द्वारा शव को घसीटकर रेलवे ट्रेक पर रख दिया गया एवं मौके से सभी लोग भाग गये जब ट्रेन उस ट्रेक से गुजर रही थी तभी ट्रेन के ड्राईवर द्वारा शव को देखकर पहले ही ट्रेन रोक दिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। मृतक योगेशवर सिंगरौल अपनी पत्नि के चरित्र में शंका करे इसे आयदिन मारपीट एवं प्रताडित करता था जिससे तंग आकर मृतक की पत्नि दुर्गा सिंगरौल द्वारा अपने पति को हमेशा के लिये रास्ते से हटाने के लिये अपने पिता व अन्य साथीयों के साथ मिलकर हत्या की घटना कारित करना पाया गया सभी पांॅचो आरोपीयों को अलग-अलग जगह से घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया सभी आरोपीयों को हत्या करने के जुर्म में विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया ।

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में ए.सी.सी.यु. प्रभारी धर्मेंद्र वैष्णव, थाना प्रभारी कोटा निरीक्षक उत्तम साहू,, उप निरी. अजय वारे, हेतराम सिदार, सउनि चंदन सिहं कोर्राम, प्र. आर. बलवीर सिंह आरक्षक तरूण केशरवानी, निखील राॅव, प्रशांत सिंह, बोधुराम कुम्हार, महिला आरक्षक शकुन्तला साहु, आरक्षक चंदन मानिकपुरी, संजय कश्यप, असिम भारद्वाज, रवि राजपूत, भोप सिंह का सराहनीय योगदान रहा।