रांची। झारखंड में एक दिल दहला देनेवाली घटना सामने आई है। इस घटना के बाद पूरा झारखंड जार-जार होकर रो रहा है। मतलब हर तरफ इस वीभत्स घटना की चौतरफा चर्चाएं हो रही है। एक कपूत ने शराब के नशे में क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर में एक बेटे पवन सोय उर्फ प्रधान सोय (35) ने गत शुक्रवार को अपनी मां सुमी सोय (60) की लाठी से पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद घर के आंगन में ही लकड़ियां इकट्ठा करके शव को जला दिया। हैवानियत की हद तब पार हो गई, जब आरोपी ने अपनी मां की चिता पर मुर्गा पकाकर खाया। इतने पर भी उसका वहशीपन खत्म नहीं हुआ। शनिवार की सुबह उसने मां के अधजले शव को घर में चूल्हे के पास फेंक दिया।
आरोपी गांव से भागने की फिराक में था लेकिन तभी उसके छोटे भाई की पत्नी के शोर मचाने पर गांव के लोग जमा हो गए। उन्होंने आरोपी को पकड़कर रस्सी से बांध दिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। आरोपी ने शराब पीने से रोकने पर 17 सितंबर, 2012 को अपने पिता गोपाल सोय की भी हत्या कर दी थी।
उसकी मां सुमी के बयान पर उसके खिलाफ मनोहरपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में वह 2019 में जेल से बाहर आया था। इसके बाद वह काम के लिए पंजाब चला गया, जहां से 13 जनवरी को घर लौटा था। आने के महज 16 दिन बाद उसने मां की हत्या कर दी।
परिवार के मुताबिक शुक्रवार की रात पवन सोय को उसकी मां ने शराब पीने से रोका था। गुस्से में उन्होंने उसे खाना देने में देरी की, आरोपी ने उन्हें मार डाला। मनोहरपुर के डीएसपी विमलेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी पवन सोय को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी मां के अधजले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पूछताछ में आरोपी ने मां की चिता पर मुर्गा पकाकर खाने की बात नहीं कबूली है। आरोपी के छोटे भाई किनाराम की पत्नी सोमवारी सोय ने बताया कि उसका पति पंजाब में काम करता है। जेठ प्रधान हर वक्त शराब के नशे में रहता था। मां सुमी सोय उसे शराब पीने से रोकती थी। शुक्रवार की रात करीब 8 बजे जब वह और सास सुमी सोय सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी नशे की हालत में आरोपी घर पहुंचा और उसे लाठी से पीटने लगा।