जीवन रक्षक रेमडेसिविर दवा को सुलभ उपलब्ध कराओ सरकार, दवा के लिए रेड क्रास के बाहर घंटों इंतजार कर रहे परिजन

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश में बढ़ रहें कोरोना संक्रमित मरीजों के इन दिनों जीवन रक्षक मानी जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए कोरोनो संक्रमित मरीज के परिजन मारे मारे फिर रहे हैं, और यह जीवनदायनी इंजेक्शन आसानी से मिल नहीं पा रहा है। ऐसे में कोरोना सक्रमितों के परिजन दवा के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हैं, यही कारण हैं कि इस दवा की कालाबाजारी भी हो रही है। इन सब के बीच आमजन सरकार के तरफ बडी उम्मीद लगाई बैठी हैं सरकार इस दवा को सुलभ उपलब्ध कराने की दिशा में शीघ्र ही कदम उठाएगी।

छत्तीसगढ़ क्राइम्स की टीम आज जब अंबेडकर अस्पताल स्थित रेडक्रास सोसायटी के दवा दूकान पहुंची तो देखा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लंबी कतार लगी है और लोग दवा मिलने के इंतजार में खड़े हैं। दवा के लिए रायपुर, महासमुंद, बागबाहरा सहित अनेकों शहर से पहुंचे लोग लाइन में खड़े थे। हर किसी का कहना था कि हमारे परिवार के लोग कोरोना की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती हैं और डॉक्टर मरीज को लगाने यह दवा लाने बोल रहे हैं और यह दवा ना तो अस्पताल में मिल रही है और ना ही बाहर मेडिकल स्टोर में उपलब्ध है ऐसे में हम यहां रेडक्रॉस के बाहर दवा मिल जाने कि उम्मीद से खड़े हैं। हमे कुछ लोग ऐसे भी मिले जो सुबह से ही खड़े हैं कतार में और वो पिछले दो दिनों से दवा के लिए भटक रहे थे। यहां पर कतार काफी लंबी है और लोगों ने बताया कि आज यहां पर ढाई सौ के करीब पर्ची बांटी गई है उसके बाद भी इतने ही लोग दवा और पर्ची की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

बागबाहरा से आए मोनू पटेल ने हमें बताया कि उनके परिवार से दो लोग कोरोना की चपेट में आ कर महासमुंद के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं और दोनों के लिए उन्हें रेमडेसिविर दवा की जरूरत है वो जरूरी दस्तावेज लेकर सुबह से इस अस्पताल से उस अस्पताल तथा इस दवा दूकान से उस दवा दूकान तक भटकते रहे पर उन्हें ये दवा कहीं नहीं मिली अब यहां उम्मीद है कि यहाँ उन्हें यह दवा मिलेगी। यहां पर हम आपको यह बता दें जनता को यह दवा आसानी से मिल जाए इसलिए सरकार ने हैदराबाद और मुंबई में अपने अफसर तैनात जरूर किया है पर राज्य को जरूरत के मुताबिक दवा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।