टापू बना गरियाबंद जिला मुख्यालय, जलमग्न हुआ इलाका

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। बीते दो दिनों की झमाझम बारिश से चारो और पानी ही पानी नजर आ रहा है। छोटे नदी नाले उफान पर है और बड़ी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कई इलाकों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका है। यहां तक कि जिला मुख्यालय भी टापू बन गया है। जिला मुख्यालय पहुंचने वाले ज्यादातर रास्ते बंद हो गए है।

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नेशनल हाइवे 130 सी बंद हो गया है। राजिम- गरियाबंद के बीच पनटोरा के पास सड़क पर पानी आ जाने से हाइवे बंद हो गया है। वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी गयी है। ऐसे ही हालात मैनपुर और छूरा इलाके में देखने को मिल रहे है।

जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर कोंदकेरा-खेरटीकारा के पास डेका नाला में 3 मजदूर पानी के बीच फंस गए है। मजदूरों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। तीनो मजदूर पुल निर्माण कार्य मे लगे हुए थे। अचानक पानी बढ़ जाने से फंस गए है। मदद के लिए जिला प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है। हालाकिं यहां तक पहुंच पाना रेस्क्यू टीम के लिए बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि बीच रास्ते मे पड़ने वाले कई नदी नाले उफान पर है।

भारी बारिश को देखते हुए सिकासर बांध के 17 गेट खोल दिए गए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 हजार क्यूसिक पानी नदी में छोड़ा गया है। पैरी ओर सोंढूर नदी का जलस्तर बड़ी तेजी बढ़ना शुरू हो गया है। दोनो नदियों के आसपास लगे गांवो के लोगो को एलर्ट रहने कहा गया है।

कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने बताया कि तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिले के कई नदी नालों के उफान पर होने की जानकारी मिली है। जिला प्रशासन को एलर्ट मोड़ पर रखा गया है। सभी एसडीएम को हालात पर नजर बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया है।