गरीब मजदूर किसान के फर्जी गिरफ्तारी को लेकर वन विभाग पर जरहीडीह के ग्रामीण हुए आक्रोशित

आंदोलन की कर रहे हैं ग्रामीण तैयारी। जंगल की अवैध कटाई करने वालों पर आखिर क्यों हैं विभाग मेहरबां

पूरन मेश्राम/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

मैनपुर। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के तौरेंगा परिक्षेत्र बफर जोन में इन दिनों गरीब मजदूर किसान के ऊपर वन विभाग द्वारा अतिक्रमण बताकर की गई कार्यवाही से क्षेत्रवासी भयंकर आक्रोशित हैं और वे इस कार्यवाही को फर्जी बताते हुए इसके खिलाफ़ लामबंद होकर हल्ला बोलने की तैयारी कर रहे हैं।

दरअसल मामला यह है किसी ने वाट्सअप पर वन विभाग को वन भूमि पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायत किया था, उस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए विभाग ने आनन फानन में टीम बनाकर इस मामले की जांच में जुट जाती हैं पर बताया जाता हैं कि जांच में वनभूमि पर अतिक्रमण का कही कोई मामला सामने नहीं आया था पर शिकायत वाट्सअप पर नामजद था और शिकायत करने वाला राजापड़ाव क्षैत्र का प्रभावशाली होने के कारण वन विभाग के अमले ने तोरेंगा बफर जोन अंतर्गत जरहीडीह के दो ग्रामीणों को ताजा हालात में वन अतिक्रमण किया गया है के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग ने जो कार्यवाही किया है वह फर्जी हैं और विभाग ने गलत तरीके से झूठे मामले में फंसा कर गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल में जो लोग अवैध तरीके से बेशकीमती लकड़ी की कटाई कर रहें है उन पर विभाग क्यो कार्यवाही नहीं करती हैं? यह मामला अब तुल पकड़ता नज़र आ रहा है ग्रामीण लामबंद होकर इस मामले को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं ऐसी खबर सामने आ रही है।

ज्ञात हो कि वन परिक्षेत्र तौरेंगा बफर जोन के ग्राम जरहीडीह में परिक्षेत्र अधिकारी के मार्ग निर्देशन पर वन विभाग की टीम के द्वारा सोनू राम/मनीराम मंडावी एवं आसमान/सुकदेव नेताम जाति गोड़ को वन अतिक्रमण ताजा हालत में किया गया है करके जांच पड़ताल किया गया लेकिन उसके द्वारा अतिक्रमण नहीं किए जाने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। ………… ग्रामीणों का इस मामले में कहना है कि वन विभाग के अमले ने इस मामले की जांच के संबंध में गांव के मुखियाओं व वन प्रबंधन समिति को जानकारी भी नही दिया और अचानक 30 अक्टूबर को जरहीडीह आकार दो सरल और सीधे ग्रामीणों को वन विभाग के गाड़ी में बिठाकर मैनपुर वन विभाग गए।

ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे दिन वन कर्मचारियों के द्वारा गांव में बैठक आयोजित करने की बात कहते हुए अचानक सुबह पहुंचे और अपने द्वारा मनगढ़ंत लिखे हुए पंचनामा घटनास्थल शीर्षक में दो वन अपराधियों को बफर जोन टाइगर रिजर्व की जंगल में भ्रमण करते हुए अवैध रूप से लकड़ियों को कुल्हाड़ी से काटते हुए पाया गया करके लिखा हुआ था उसमें ग्रामीणों को हस्ताक्षर करने की बात कही जाती है। जब बैठक में कितने पेड़ कौन कांटा कहां पर काटा घटनास्थल कहां पर है इन सब से अनभिज्ञ वन प्रबंधन समितियों के पदाधिकारियों ने वन कर्मचारियों से सवाल जब पूछा गया तो पसीना छूट गया और सीधे बैठक से उठकर गरीब मजदूर के घर में जाकर गिरफ्तारी सूचनार्थ जानकारी देते हुए हस्ताक्षर कराकर के सीधे मैनपुर वन कार्यालय चले गए।

ग्रामीणों का कहना है कि जिसने एक भी पेड़ वर्तमान में नहीं काटा है उसे जेल की सलाखों पर डाला जा रहा है लेकिन जो हाल ही में रिजर्व फॉरेस्ट के अंदर सैकड़ों पेड़ों की अवैध रूप से कटाई किया गया है ऐसे वन अपराधियों को जेल की सलाखों में क्यों नहीं डाला जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हम गांव वाले दिखाएंगे वन विभाग आए ।

यहां पर हम आपको बता दें कि जरहीडीह के ग्रामीणों पर जो वन अपराध कायम करते हुए गिरफ्तारी वन विभाग के द्वारा किया गया है जिसके विरोध में गांव के वन प्रबंधन समिति, ग्रामीण मुखिया के अलावा राजापडा़व क्षेत्र किसान संघर्ष समिति के मुखियाओ ने 31अक्टू को पुलिस थाना शोभा में पहुंचकर फर्जी तरीके से गिरफ्तार करने वाले वन विभाग के वन परिक्षेत्र अधिकारी के ऊपर एफ आई आर दर्ज करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया है। न्यायसंगत कार्यवाही नहीं होने पर क्षेत्रवासियों के द्वारा सैद्धांतिक नियमों के तहत वन विभाग मैनपुर तौरेंगा परिक्षेत्र का घेराव किए जाने की बात कही गई है।

इसके अलावा फर्जी गिरफ्तारी की ज्ञापन काफी पुलिस थाना में दिया गया है जिसको अधिवक्ता के माध्यम से मजिस्ट्रेट के समक्ष न्याय की गुहार के लिए सौपी जाने की बात भी कही गई है।

संबंध में क्या कहते हैं अधिकारी कर्मचारी जनप्रतिनिधि

वन परिक्षेत्राधिकारी उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व तौरेगा परिक्षेत्र बफर जोन भूखन लाल सोरी का कहना है कि पारदर्शिता के आधार पर व्हाट्सएप मैसेजर का नाम बहुत जल्द उजागर भी हो जाएगा हमारे यहां टीम की कमी है जिसके वजह से वन क्षेत्रो का पूर्ण रूपेण भ्रमण नहीं हो पाता है।वन क्षेत्र भ्रमण के लिए टीम लगाया हूं जहां भी अतिक्रमण हो रहा है सब पर कार्यवाही होगी अभी मैं फिलहाल नहावन कार्यक्रम में हूं। वहीं किसान संघर्ष समिति राजापडा़व क्षेत्र अध्यक्ष दैनिक राम मंडावी का कहना है कि वन प्रबंधन समिति एवं ग्रामीण मुखियाओ को बिना जानकारी दिए इस तरह वन क्षेत्रों में भ्रमण कर वन विभाग के द्वारा गलत तरीके से ग्रामीणों को गिरफ्तार किया जा रहा है जो सरासर अन्याय हैं।वन समितियों का औचित्य ही नहीं है तो भंग कर दिया जाना चाहिए इसके लिए बहुत जल्द किसान संघर्ष समिति राजापडा़व क्षेत्र का बैठक आयोजित किया जायेगा।

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