युवक को हाइड्रोसील का देसी इलाज कराना पड़ा महंगा: वैद्य ने चीरा लगाकर सिरिंज से निकाला पानी, हालत बिगड़ने के बाद हो गई मौत; 2 गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes
कोंडागांव। जिले में हाइड्रोसील बीमारी का देसी इलाज करवाने वाले 42 साल के एक मरीज की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि, गांव के ही एक वैद्य ने मरीज का देसी इलाज किया था। वैद्य ने पहले सर्जिकल ब्लेड से चीरा लगाया था, फिर सिरिंज से जमा पानी को निकाल कर टांका लगा दिया था। जिसके बाद मरीज का एकाएक खून निकलता गया। मरीज की हालत बिगड़ती देख परिजन उसे पहले जिला अस्पताल लेकर आए, फिर यहां से उसे जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। यह पूरा मामला माकड़ी थाना क्षेत्र का है। इस मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार भी हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक, माकड़ी के करमरी छेपड़ीपारा का रहने वाला कवलू राम (42) पिछले 10-12 सालों से हाइड्रोसील बीमारी से जूझ रहा था। मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद भी बीमारी से छुटकारा नहीं मिल रहा था। इस बीच गांव के ही लच्छन यादव (37) ने देसी इलाज करवाने को कहा। जिसके बाद लच्छन खुद मरीज को बागबेड़ा के एक वैद्य के पास लेकर गया। जहां वैद्य बबलू नेताम (45) ने बीमारी को जड़ से खत्म करने का दावा करते हुए देसी इलाज किया। लेकिन, मरीज की हालत और बिगड़ गई। इसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। इलाज के दौरान कवलू ने दम तोड़ दिया था।

कोंडागांव SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि, मामले की जानकारी मिलते ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वैद्य बबलू नेताम को बागबेड़ा से तो वहीं लच्छन यादव को विश्रामपूरी से उसके घर में दबिश देकर पकड़ा गया है। शुक्रवार को दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।