पुजारी को बंधक बनाकर मन्दिर से बेशकीमती भँवर गणेश मूर्ति चुराने वाले 3 माह बाद धरे गए

4 करोड़ में मूर्ति बेचने प्रयासरत 4 आरोपी को पुलिस ने ग्राहक बनकर पकड़ा

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। 4 करोड़ में मूर्ति बेचने का प्रयास कर रहे आरोपी अंततः पुलिस के हत्थे चढ़ गए मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम इटवापाली स्थित मंदिर से तीन माह पूर्व चोरी हुई काले ग्रेनाइट की बेशकीमती मूर्ति चुराने वाले चार आरोपी युवराज टण्डन पिता लक्ष्मी टण्डन उम्र 20 वर्ष निवासी चौहा थाना मस्तुरी 2 मोहताब सुमन उर्फ राजा पिता नरेश सुमन उम्र 25 वर्ष निवासी चौहा थाना मस्तुरी 3 सुमीर राय पिता सौंपत राय उम्र 20 निवासी चौहा थाना मस्तुरी 4 निशांत उर्फ सचिन धृत्तलहरे पिता दिलीप कुमार धृत्तलहरे उम्र 20 वर्ष निवासी चकरबेढा थाना मस्तुरी को पुलिस ने खरीददार बनकर पकड़ा 1 आरोपी अतुल भार्गव पिता संजय भार्गव उम्र 25 वर्ष निवासी टिकारी थाना मस्तुरी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है ।

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बिलासगुड़ी में एसएसपी पारूल माथुर ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम इटवापाली में तीन माह पूर्व 25 अगस्त की रात अज्ञात चोरों ने प्राचीन भाँवर गणेश की काले ग्रेनाइट की मूर्ति को मंदिर के सेवक को बंधक बनाकर चोरी कर ले गए थे घटना के बाद से मस्तूरी पुलिस और एसीसीयू की टीम लगातार जांच में जुटी हुई थी। इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की ग्राम चौहा के दो लडके काले पत्थर के एक टुकडे का सैम्पल लेकर उसे मूर्ति बताकर चार करोड़ में बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे है इस सूचना को एसएसपी पारूल माथूर ने गंभीरता से लेते हुए क्राईम बांच प्रभारी हरविन्दर सिंह को स्वयं ग्राहक बनकर सौदा करने भेजा।

जहाँ पुलिस ने खुद को कन्नौज (यु.पी.) का व्यापारी बताकर तीन दिन पहले युवराज टण्डन से मुलाकात कर सौदे बाजी की क्राइमब्रांच प्रभारी ने चर्चा करते हुए पहले मूर्ति दिखाने की मांग की आरोपियों ने मूर्ति दिखाने के लिए शनिवार की रात को तय किया पुलिस ने आरोपियों के बताए गए ग्राम चौहा के स्थान पर पहुची पाच लाख के नकली नोट एण्डवांस मनी के रूप में दिखाते हुए क्राईम ब्रांच प्रभारी ने पुनः युवराज टण्डन से पहले मूर्ति दिखाने की बात दोहराई तब युवराज ने अपने दोस्त मोहताब सुमन को फोन कर मोटर सायकिल में मूर्ति मंगवाई जैसे ही मोहताब मोटर सायकिल में मूर्ति लेकर आया और झोला खोलकर मुर्ति दिखाई तब पहले से योजना बनाकर छिपे क्राइम ब्रांच पुलिस एवं थाना मस्तुरी के सउनि हेमन्त पाटले ने टीम के साथ घेराबंदी कर युवराज और मोहताब को अपने कब्जे में लेकर कड़ाई से पुछताछ की, तो दोनों ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ पैसे के लालच में चोरी की घटना को घटित करना स्वीकार किया।।