मैनपुर। अमर शहीद वीर नारायण सिंह के 166वीं पुण्यतिथि पर उनके बलिदान दिवस को स्मृति दिवस के रूप में मनाने एवं शिलान्यास कार्यक्रम में विशेष रूप से अपने पारंपरिक पोशाक के साथ छत्तीसगढ़ गरियाबंद जिला के विकासखंड मैनपुर के ग्राम कुरुभाँठा निवासी तिरुमाल टीकम नागवंशी कोलकाता के बैरकपुर अपने साथियों के साथ पहुंचकर कार्यक्रम में शामिल हुए।
वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस को छत्तीसगढ़ प्रांत से दूर कोलकाता में भी बड़ी धूमधाम के साथ में मनाते हुए सामाजिक मुखियाओ ने एक स्वर में अपनी धर्म संस्कृति संस्कार रीति रिवाज परंपरा बोली भाषा रुढी़ प्रथा के प्रति कृत संकल्पित होने के साथ ही पैठाना पूजा स्थल को विकसित विस्तार करने एवं गोंडी भाषा को प्रचार-प्रसार का केंद्र बिंदु बनाने के लिए बलिदानी वीर नारायण सिंह की पुण्यतिथि पर अपने हक अधिकार एवं संस्कृति को बचाने के लिए संकल्पित हुए जिसके लिए सामाजिक मुखियाओ द्वारा पेन ठाना का पूजा पाठ करते हुए शहादत दिवस को स्मृति दिवस के रूप में बडी़ धूमधाम से मनाया गया। कोलकाता बैरकपुर के सम्मेलन में विशेष रूप से तिरुमाल टीकम नागवंशी के साथ बिलासपुर छत्तीसगढ़ से केपी प्रधान, माँझी लिंगो,भागीरथी, हावड़ा से सौरव बारीक,राम लखन धुरिया, सुदामा शाह विशेष रूप से शामिल हुए।