दुर्ग। लंदन से लौटने वालों में से दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इन्होंने स्वयं अपना एंटीजन रैपिड टेस्ट कराया था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा। ब्रिटेन में कोरोना वायरस स्ट्रेन के प्रभाव को देखते हुए लंदन से लौटकर पाजिटिव होने वाले मरीजों को सामान्य कोविड मरीजों से अलग रखा गया है। लंदन से लौटकर आने वाले में से जिन दो लोगों की कोरोना जांच पाजिटिव आई है उसमें एक 32 वर्षीय युवक और एक 28 वर्षीय युवती शामिल है। दोनों दुर्ग के ही रहने वाले हैं। जिस युवती की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव बताई जा रही है उसके पिता पहले कोरोना संक्रमित हुए थे। वे दो दिन पहले ही निगेटिव हुए हैं। दोनों कोरोना संक्रमितों को कोरोना के सामान्य मरीजों से अलग रखा गया है। इनमें से एक को झीट और दूसरे को शंकरा कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को लंदन से लौटकर आने वाले छह और लोगों के नामों की सूची मिली है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन लोगों से संपर्क किया जा रहा है। अब जिले में लंदन से लौटकर आने वाले लोगों की संख्या 40 तक पहुंच गई है।
15 का हुआ आरटीपीसीआर टेस्ट
28 नवंबर से लेकर 21 दिसंबर तक जिले में ब्रिटेन से लौटकर करीब 34 लोग आए हैं। ब्रिटेन में कोरोना वायरस स्ट्रेन से प्रभाव को देखते हुए वहां से आने वाले लोगों को निगरानी में रखा जा रहा है। प्रशासन ने 28 नवंबर से नौ दिसंबर तक ब्रिटेन से लौटकर आने वाले और नौ दिसंबर के बाद लौटकर आने वाले लोगों की दो अलग-अलग सूची बनाई है। नौ दिसंबर से पहले लौटकर आए लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
नौ दिसंबर के बाद से लौटकर आने वाले 18 लोगों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग कर ली गई है। इनमें से 15 लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट हो चुका है। तीन लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट शनिवार को कराया जाएगा। इन सबका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा।
कोई नया लक्षण नहीं
कोरोना वायरस स्ट्रेन से संक्रमित होने वालों में कोई नया लक्षण नजर नहीं आ रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक सामान्य रूप से कोरोना संक्रमित होने वाले मरीजों में जो सिमटम्स होते हैं वही इन मरीजों में भी होता है। लेकिन कोरोना वायरस स्ट्रेन और बड़ी तेजी से फैलता है। इसे ध्यान में रखते हुए लंदन से लौटकर आने के बाद कोरोना संक्रमित होने वाले मरीजों को अलग रखा जा रहा है।