जान जोखिम में डाल नदी पार करने को विवश ग्रामीण

  • गोडेना नदी में पुल के आभाव का सामना कर रहे हैं करलाझर नागेश के ग्रामीण
  • तेज बाढ व बहाव के बाद सोसाइटी से खाद्यान एवं महिलाओं को प्रसव कराने अस्पताल पहुंचाना बड़ी चुनौती

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

मैनपुर। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व कोर जोन के ग्राम पंचायत साहेबिनकछार के आश्रित ग्राम नागेश करलाझर के ग्रामीणों को बरसात के इन दिनों नदी नालों में पुल पुलिया नहीं होने के कारण आवाजाही करने में विकट गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर, राशन सामग्री, जरूरत के सामान लेने के लिए मुख्यालय पहुंचना एक बड़ी चुनौती बनकर रह गई है जहां बाढ़ व तेज बहाव को पार करना होता है कैसे बरसात के दिनों में कमर भर पानी को पार करके बुजुर्ग खाद्यान सोसाइटी जाते होंगे समझा जा सकता है।

ज्ञात हो कि बीहड़ वनांचल ग्राम नागेश करलाझर के ग्रामीण बरसात के दिनों में नदी को बड़ी मुश्किलों से पार करते हुए खाद्यान के लिए 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत साहेबिनकछार जाते हैं महिलाओं को प्रसव कराने के लिए भयंकर तकलीफों से मैनपुर स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाना पड़ता है। गोडेना नदी में पुलिया निर्माण को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण मुखियाओ ने कई बार शासन.प्रशासन से आवेदन निवेदन किए है उसके बावजूद भी जंगल क्षेत्र के रहवासियों को अपने ही हाल में जीने के लिए छोड़ दिया गया। ग्राम पंचायत मुख्यालय साहेबिनकछार मे आश्रित ग्रामों के ग्रामीणों को शासकीय कार्यों के लिए व जरूरत के समान जैसे राशन इलाज एंव अन्य कार्यों के लिए आने जाने मे गोड़ेना नदी आवाजाही में बाधक बना हुआ है। अगर नदी में पुलिया निर्माण हो जाता तो आवाजाही बाधित नहीं होगा।

गोडेना नदी में पुलिया निर्माण को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण मुखियाओ के द्वारा कई बार क्षेत्र के विधायक सांसद एवं जिला स्तर के जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया लेकिन जनप्रतिनिधि चुनाव तक के हामी भरते हैं बाद में ग्रामीणो के हाल पुछने वाला तक कोई नही है। जिसके कारण आज भी क्षेत्र के लोगों को गोड़ेना नदी में पुलिया नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में आने जाने में परेशानी झेलना पड़ रहा है। सरकार बदल गई लेकिन क्षेत्र की तस्वीर आज तक नहीं बदल पाई। इस इलाके में बीते दिनों वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं पशु चिकित्सा विभाग मैनपुर के टीम के द्वारा वनांचल क्षेत्रों के गांव में पहुंचकर पशुओं में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाना लक्ष्य था उस गांव तक पहुंचने के लिए टीम के लोगों को भयंकर परेशानी उठानी पड़ी।नदी नालों में बाढ़ के कारण बड़ी मुश्किलों से वनांचल गांव तक पहुंचकर टीकाकरण के कार्य को सफल किया गया।

लेकिन दुर्भाग्य है उस नदी मे अभी तक पुलिया का नहीं बन पाना जिनका दुख क्षेत्रवासियों को है जिसके लिए क्षेत्र के ग्रामीण मुखिया अर्जुन सिंह नायक, पूर्व सरपंच रूपसिंह मरकाम, पूर्व सरपंच कैलाश नेताम, वर्तमान सरपंच अशोक कुमार, भुजबल ने गोड़ेना नदी में पुलिया निर्माण कराने की मांग सांसद विधायक, जिला पंचायत के मुखिया के अलावा तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से किए हैं।