श्रीनगर। भारतीय सेना की दुर्गा बटालियन के जवानों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के गुलपुर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर महिलाओं और लड़कियों के साथ भाई दूज का पर्व मनाया। महिलाओं ने सेना के जवानों के माथे पर ‘टीका’ लगाया। सेना के एक अधिकारी ने कहा, “हमारी बटालियन यहां नियंत्रण रेखा पर तैनात है और आज भाई दूज का त्योहार है। हमारी बहनें घर पर हैं और हम उनसे नहीं मिल सकते, लेकिन यहां पुंछ की बहनों ने हमारे साथ त्योहार मनाया।”
एलओसी पर तैनात एक अन्य सैन्य अधिकारी ने कहा कि पुंछ की बहन उनके साथ भाई दूज मनाने आई है ताकि वे अपनी बहनों को याद न करें। उन्होंने कहा, “हम हर साल की तरह इस त्योहार को मनाना चाहते हैं और चाहते हैं कि हमारा देश इसी तरह आजादी का जश्न मनाता रहे और हम दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सकें।”
भारतीय सेना के जवानों के साथ भाई दूज मनाने पहुंची एक महिला ने कहा कि जवानों के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की। उन्होंने कहा, “पुंछ की सभी महिलाएं भारतीय सेना के जवानों के साथ भाई दूज मनाने के लिए यहां हैं। हम हर साल अपने घर पर भाई दूज मनाते हैं लेकिन हम यहां उन जवानों को तिलक लगाने के लिए आते हैं जिन्हें भारत पर गर्व है। हम उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।”
भाई दूज भाई-बहन के प्यार का प्रतीक पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर टीका लगाकर उनके लंबे और सुखी जीवन की कामना करती हैं। दोनों भाई-बहन इस अवसर पर उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। इस वर्ष यह पर्व दो दिनों तक मनाया गया। देश के कुछ हिस्सों में भाई दूज कल मनाया गया और कुछ हिस्सों में आज भी मनाया जा रहा है।
हिंदू परंपराओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि देवी यमुना ने अपने भाई यमराज को कार्तिक द्वितीया को अपने घर पर खिलाया था। तभी से इस दिन को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।