राजनांदगांव। गंडई इलाके के ठंडार गांव में मछली मारने के लिए तेज बहाव वाले नाले में उतरे बच्चे के चट्टान में पैर फंसने के बाद करीब 10 घंटे के बचाव अभियान कर एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे की जान बचाई।
सोमवार दोपहर बाद कुछ दोस्तों के साथ 10 साल का बालक राजू पारधी मछली मारने बरसाती नाले में उतरा। मछली मारने की कोशिश के बीच एकाएक एक चट्टान के बीच में बालक का पैर फंस गया। काफी मशक्कत करने के बाद जब उसका पैर नहीं निकला, तब उसने इसकी जानकारी दोस्तों को दी। थोड़ी देर में परिजनों तक यह खबर पहुंच गई। धीरे-धीरे नाले के पास ग्रामीणों का मजमा लग गया और मामला पुलिस तक पहुंचा।
बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ-साथ चिकित्सकों की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। नाला में पानी का बहाव होने के कारण बालक को बाहर निकालने की कोशिश नाकाम हो रही थी। इसी बीच भिलाई से एनडीआरएफ की टीम को बचाव अभियान के लिए बुलाया गया। इससे पहले जेसीबी मशीन से चट्टान को उखाड़ने की नाकाम कोशिश हुई। बताया जा रहा है कि रात 10 बजे से एनडीआरएफ की टीम ने बालक को बचाने के लिए चट्टान को ड्रील करना शुरू किया। धीरे-धीरे इस दौरान बच्चे की पानी में रहने की वजह से स्थिति खराब होने लगी। चिकित्सकों की टीम ने ओआरएस का घोल, खानपान का सामान मुहैया कराया। साथ ही समय-समय पर बच्चे का ब्लड प्रेशर भी जांचा गया।
इस संबंध में गंडई एसडीओपी राजेश जोशी ने बताया कि एनडीआरएफ की मदद से बच्चे को बाहर निकाला गया है। बच्चे की स्थिति सामान्य है। उधर रात करीब 1.35 बजे बच्चे को नाले से बाहर निकालने में कामयाबी मिली। बताया जा रहा है कि इस 10 वर्षीय बालक को पानी में फंसे देखकर परिवार के होश उड़ गए। रेस्क्यू आॅपरेशन के लिए नदी के बहाव को डायवर्ड करने की कोशिश हुई। साथ ही पानी के रफ्तार को कम करने के लिए कई तरह के प्रयास किए गए।