बीजेपी की चुनावी बैठक; कांग्रेस को घेरने की तैयारी

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रायपुर। बुधवार को भाजपा रायपुर में बड़ी बैठक ले रही है। हर जिले से अपने नेताओं को बुलाकर पार्टी के बड़े नेता उन्हें चुनावी रण के लिए ब्रीफ कर रहे हैं। बैठक में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। इस बैठक के जरिए हर जिले से आए नेताओं को पार्टी से साफतौर पर कह दिया कि चुनावी एक्शन मोड में आकर काम शुरू करें।

इस बैठक में भाजपा जिला प्रभारी सहप्रभारी व विधानसभा प्रभारी शामिल हैं। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल, महामंत्री संगठन पवन साय, महामंत्री केदार कश्यप, विजय शर्मा और ओपी चौधरी मौजूद हैं।

इस बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने सभी नेताओं से कह दिया कि पूरी सक्रियता से अपने इलाकों में चुनाव के लिहाज से काम पर जुट जाएं। ये साल सबसे अहम है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बैठक में हाल ही में हुए रायगढ़ में किसानों के मुद्दों पर हुए प्रदर्शन और प्रदेश दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग के आरक्षण मामले के कार्यक्रमों की जानकारी दी।

बैठक में शामिल नेताओं के बीच स्थानीय स्तर पर जातीय समीकरणों पर चर्चा की गई है। भाजपा के पास मौजूदा इनपुट के मुताबिक जनजाति और पिछड़ा वर्ग समुदायों में कांग्रेस को लेकर नाराजगी है। इसे बड़े सियासी मौके के तौर पर छत्तीसगढ़ भाजपा देख रही है। स्थानीय स्तर पर रोजगार, आरक्षण, सड़क, शराब जैसे मुद्दों पर भी बैठक में नेताओं से बात-चीत की जा रही है।

भाजपा ने इस बार दावा किया है कि उसके दबाव की वजह से ही इस बार प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो रही है। मगर धान की सोसायटी में कई तरह की अव्यवस्थाओं की वजह से परेशानी के आसार हैं। हर जिले और विधानसभा इलाकों से आए नेताओं और विधायकों को धान खरीदी के मामले में कांग्रेस को घेरने का टास्क मिला है। पिछले चुनावों में किसानों ने कांग्रेस का साथ दिया था, इस बार भाजपा कोशिश में हैं कि चुनावों में अन्न दाता भरोसा जीत सके। इस पर भी फोकस्ड चर्चा बैठक में हो रही है।