पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के दामाद के बड़े भाई को केंद्रीय जीएसटी की टीम ने गिरफ़्तार किया

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने तीन कंपनियों से 51.65 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है. फ़र्ज़ी इनपुट क्रेडिट के एक बड़े मामले में रायपुर के डायरेक्टर जनरल जीएसटी इंटेलिजेन्स की टीम ने गोयल मेटलिक्स प्राइवट लिमिटेड, गोयल एनर्जी एंड स्टील प्राइवट लिमिटेड और शिवम् स्टील की 51.65 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है.

बड़ी बात यह है कि विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के दामाद के बड़े भाई को भी अरेस्ट कर लिया गया है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल के दामाद का नाम रितेश अग्रवाल है और गिरफ्तार हुए उनके दामाद के बड़े भाई का नाम दीपक अग्रवाल है. टैक्स चोरी के मामले को लेकर दीपक अग्रवाल के ख़िलाफ केंद्रीय जीएसटी टीम लगातार जांच कर रही थी. इन तीनों कंपनियों के साथ कारोबार करने वाली जयपुर की एक कंपनी से सेंट्रल जीएसटी की टीम ने 12.37 करोड़ रुपये वसूले हैं.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल के दामाद का नाम रितेश अग्रवाल है और गिरफ्तार हुए उनके दामाद के बड़े भाई का नाम दीपक अग्रवाल है. फिलहाल आगे की कार्रवाई साफ नहीं हो पाई है. बताया गया कि उनके खिलाफ जांच के बाद निश्चित राशि शासकीय खजाने में जमा करने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे गलत मानते हुए इंकार कर दिया गया.

सेंट्रल जीएसटी की कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक अजय कुमार पांडेय के मार्गदर्शन और महेंद्र कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में की गई है. टिकेंद्र कुमार कृपाल उप निदेशक की अगुआई में टीम ने दोनों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया. इतनी बड़ी टैक्स चोरी पकड़े जाने के बाद अब कारोबारियों के बीच खलबली मची है.

दूसरे कारोबारियों को भी अब कार्रवाई का डर सता रहा है. टीम ने भी संकेत दिए हैं कि कर चोरी करने वाले व्यवसायियों के खिलाफ लगातार सुबूत जुटाए जा रहे हैं और उनके खिलाफ कभी भी कार्रवाई की जा सकती है.

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