तालाबों में गणपति विसर्जन नहीं किया जाए, इसके लिए नगर निगम की ओर से हर जोन में तालाबों के पास अस्थाई कुंड भी बनाए गए हैं। इसके लिए नगर निगम की ओर से बड़ी टंकिया रखी जाएगी। जहां लोग गणपति का विसर्जन कर पाएंगे। तालाबों में मूर्ति का विसर्जन नहीं किया जाए, इसके लिए नगर निगम की टीम भी तैनात रहेगी।
निगम की ओर से विसर्जन व्यवस्थाओं के लिए बनाई गई समिति के नोडल अधिकारी विनोद पाण्डेय ने बताया कि जोन स्तर पर शहर के सभी बड़े तालाबों के पास नगर निगम की ओर से बड़ी टंकियां रखी जाएगी।साथ ही नगर निगम के वाहन खड़े किए जाएंगे और उन प्रतिमाओं का भी विसर्जन महादेव घाट के विसर्जन कुंड में होगा।
6 सितंबर से 12 सितंबर तक विसर्जन की व्यवस्था
नगर निगम ने 6 सितंबर से 12 सितंबर तक गणपति विसर्जन की व्यवस्था की है। विसर्जन के दौरान पूजन की सामग्री को अलग से रखना होगा, ताकि किसी प्रकार का प्रदूषण नदीं में न हो। इसके लिए खारुन नदी में किसी भी प्रकार की पूजन सामग्री को विसर्जित नहीं किया जाएगा । महादेव घाट स्थित कुंड में गणपति के लिए क्रेन की भी व्यवस्था की गई है। कुंड के चारों को 6 से 7 क्रेन तैनात रहेगी। इसके साथ ही गोताखोरों की भी टीम भी रहेगी। नगर निगम और पुलिस प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है और पूरी तरह से कैंपस सीसीटीवी कैमरों से लैस रहेगा।
8 सितंबर को झांकी का रुट
8 सिंतबर को रायपुर में झांकी के साथ गणपति विसर्जित किए जाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने रुट प्लान भी जारी किया है। झांकी की शुरुआत शारदा चौक से होगी, जहां उन्हें नंबर दिया जाएगा। शारदा चौक से जयस्तंभ, कोतवाली, सदर बाजार, सत्ती बाजार, कंकाली तालाब, पुरानी बस्ती थाना चौक, लीली चौक, लाखे नगर चौक, सुन्दरनगर, महादेव घाट रिंगरोड चौक होते हुए रायपुरा महादेव घाट के विसर्जन कुंड स्थल पर पहुंचेगी। इस दौरान लाखे नगर चौक से महादेवघाट रिंगरोड तक वन वे ट्रैफिक रहेगा।