नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि आज बच्चे का जन्मदिन है और उसे उठा लिया गया है। ये सब सरकार के दबाव में हो रहा है। आज की कार्यवाही का बहिष्कार करते हैं। इसके बाद कांग्रेस के सभी विधायक सदन से बाहर निकल गए।
धान खरीदी और एनजीओ अनुदानों को लेकर किए सवाल
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज अंतिम दिन है। बहिष्कार से पहले विपक्ष ने सरकार को धान खरीदी और एनजीओ अनुदानों को लेकर जमकर घेरा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा कि धान की कुल नीलामी कितनी हुई और जो एफसीआई और नान को दिया जाना था, वह मिलर्स को कितना दिया गया है।
भूपेश ने सवाल किया कि धान केंद्रों से उठा लिया, तो फिर धान है कहां? राइस मिलर्स को 1,59,000 मीट्रिक टन धान दे दिया गया। संग्रहण केंद्रों में 51,000 मीट्रिक टन धान है, लेकिन फिर नीलामी कितनी हुई? और एफसीआई और नान को देने के लिए मिलर्स के पास कितना स्टॉक है?
इस पर जवाब में मंत्री दयालदास बघेल ने बताया कि संचारी बालोद विधानसभा क्षेत्र में 2,25,000 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी, जिसमें से 1,79,700 मीट्रिक टन धान राइस मिलर्स को भेजा गया। बचत में मात्र 51 हजार 691 मीट्रिक टन धान बचा है।
मंत्री ने बताया कि करीब 1,000 मीट्रिक टन धान ही खरीदी केंद्र में है और बाकी संग्रहण केंद्रों में चला गया है। सभी आंकड़े पारदर्शी हैं, नीलामी और एफसीआई-नान को धान भेजने की प्रक्रिया नियमों के तहत की गई है।