कोरबा में वंदना विद्युत संयंत्र की चिमनी की गई ध्वस्त, चल रही डिस्मेंटल की प्रक्रिया

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कोरबा। खुलने से पहले ही बंद हो चुकी छुरी स्थित वंदना विद्युत कंपनी की एक चिमनी को ध्वस्त कर दिया गया। करीब 14 साल पहले 35- 35 मेगावाट की दो इकाइयों का निर्माण किया गया। विद्युत उत्पादन के लिए संयंत्र को चार्ज भी कर लिया गया था,पर बिजली के खरीदार नहीं मिले और संयंत्र को शुरू नहीं किया जा सका। इस परिसर के नजदीक वंदना पावर एनर्जी की 540- 540 मेगावाट की दो और इकाइयों का भी निर्माण किया गया है।

कमोवेश इन संयंत्रों से भी बिजली उत्पादन नहीं हो सका। दोनों संयंत्रों पर करीब आठ हजार करोड रुपये का कर्जा होने की बात सामने आई है। बैंक ने इन संयंत्रों को अपने आधिपत्य में ले लिया है। संयंत्रों को बेचने के लिए नीलामी की प्रक्रिया की गई पर कोई खरीदार सामने नहीं आया। अब संयंत्र को डिस्मेंटल किया जा रहा है। इसके लिए दिल्ली के एक ठेका कंपनी को काम दिया गया है। शुक्रवार को चिमनी के नीचे बारूद लगाकर विस्फोट कर ढहा दिया गया। चंद मिनटों में ही गगनचुंबी चिमनी धराशाई हो गई। माना जा रहा है कि जमीन को समतल कर यहां अन्य उद्योग के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा।