ग्राहक बनकर पिस्टल खरीदने पहुंचे सीएसपी, फिल्मी स्टाइल में पिस्टल के साथ शातिर अपराधी को धर दबोचा

Chhattisgarh Crimes

कोरबा। क्राईम के किसी भी रेड में अमूमन यही देखा जाता है कि पुलिस अफसर अपने मातहत या सिपाहियों को ग्राहक बनाकर रेड करने वाली जगह पर पहले भेजते है, और फिर सूचना पुख्ता होने पर पुलिस अफसर रेड की कार्रवाई करते है, लेकिन कोरबा में एक अवैध हथियार के सप्लायर को ट्रेप करने के लिए खुद कोरबा सीएसपी राहुल देव ने ग्राहक बनकर पूरे मामले को लीड किया। दरअसल पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

पुलिस को पिछले दिनों सूचना मिली थी कि रज्जाक खलीफा नामक शख्स बिहार से अवैध हथियार लाकर कोरबा में खपा रहा है। मामले की जानकारी के बाद कोरबा एस.पी.अभिषेक मीणा ने मामले को हैंडल करने के साथ ही लीड की जिम्मेदारी कोरबा सीएसपी राहुल देव को सौंपी। हथियार के सप्लायर को रंगे हाथों पकड़े की जवाबदारी मिलने के बाद कोरबा सीएसपी कही भी चूक नही करना चाहते थे, लिहाजा उन्होने खुद ग्राहक बनकर रज्जाक खलीफा से पिस्टल खरीदने की बात शुरू की।

दो से तीन दिन घुमाने के बाद रज्जाक ने 35 हजार में पिस्टल बेचने का सौंदा फायनल कर लिया और पहले पैसा देने की बात सीएसपी राहुल देव से तय की। जिसके बाद सीएसपी राहुल देव ने 25 हजार रुपए लेकर रज्जाक के बताये ठिकाने पर पहुंचे और पहले पिस्टल दिखाने की बात कही। 25 हजार रुपए देखने के बाद रज्जाक सीएसपी राहुल देव के झांसे में आ गया और पिस्टल की डिलीवरी देने के लिए सीएसपी को अपने साथ घर ले गया। घर पर पिस्टल और खाली मैग्जीन के मिलते ही कोरबा सीएसपी राहुल देव ने हथियार के सौंदागर रज्जाक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर पुलिस टीम को सौंप दिया गया।

कोरबा सीएसपी राहुल देव ने बताया कि आरोपी रज्जाक का एक और साथी नन्हे जायसवाल है, जो कि बिहार से हथियार लाकर रज्जाक के माध्यम से कोरबा में हथियार खपाया करता था। रज्जाक के पकड़े जाने के बाद अब पुलिस टीम नन्हे जायसवाल की सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि दोनों शातिर अपराधियों ने कोरबा सहित आसपास के जिलों में भी हथियार खपाये है, जिनकी छानबीन की जा रही है। नन्हे जायसवाल के पकड़े जाने के बाद पुलिस कई महत्वर्पूण खुलासा होने की उम्मींद जता रही है।