बहू ने टंगिया मारकर ससुर की कर दी हत्या, 4 गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

पेंड्रा। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में एक महिला ने मां से अवैध संबंधों के चलते टंगिया से वार कर अपने ससुर की हत्या कर दी। इसके बाद पिता के साथ मिलकर गले में पत्थर डाल शव को नदी में फेंक दिया। पांच दिन से ससुर के लापता होने पर उनकी बेटी ने जब FIR दर्ज कराई तो मामला खुला। पुलिस ने पिता-पुत्री सहित हत्या में साथ देने और जानकारी छिपाने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है।

ग्राम मानपुर निवासी चैन सिंह मैना (45) दवाई लेने जाने की बात कह कर एक अक्टूबर को घर से निकला था। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। जब 5 अक्टूबर तक भी चैन सिंह नहीं लौटा तो उसकी बेटी चंद्रकली अपने भाई के साथ थाने पहुंची और गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच 6 अक्टूबर को ग्राम बनझोरका टिकरीकला में अरपा नदी में एक शव मिला। पुलिस ने शव बाहर निकलवा कर पहचान कराई तो वह चैन सिंह का निकला।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो पता चला कि धारदार हथियार से गले पर वार किया गया है। इसके चलते गले की हड्‌डी टूट गई और कोमा में जाने से मौत हुई। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि चैनसिंह के अपनी समधन अमिता बाई से अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर अमिता के पति कुंवर सिंह से उसका झगड़ा भी हो चुका था। कुंवर सिंह ने चैन सिंह को धमकी भी दी थी। इसके बाद पुलिस ने अमिता बाई को हिरासत में ले लिया।

अमिता बाई ने पुलिस को बताया कि एक अक्टूबर की रात करीब 12 बजे चैन सिंह शराब पीकर घर पहुंचा। इसके बाद अमिता बाई को घर से कुछ दूर ले गया और संबंध बनाने लगा। उसी समय अमिता बाई की बेटी राम प्यारी ने देख लिया। वह पहले भी दोनों को ऐसा करने से मना कर चुकी थी। इसको लेकर उसके ससुर चैन सिंह ने राम प्यारी से मारपीट भी की थी। फिर से दोनों को इस हालत में देख गुस्से में राम प्यारी टंगिया लेकर आई और चैन सिंह पर वार कर दिया।

चैन सिंह की हत्या के बाद मां-बेटी ने शव को एक दिन के लिए नदी किनारे नाले में छिपा दिया। बाहर कमाने गया अमिता का पति कुंवर सिंह अगले दिन लौटा तो उसे पूरी घटना का पता चला। इसके बाद कुंवर सिंह, अमिता बाई और अमिता की मां बिरसिया बाई तीनों ने मिलकर चैनसिंह की लाश के गले में पत्थर डाला और उसे प्लास्टिक के बोरी से बांधकर नदी में फेंक दिया। अमिता बाई ने रास्ते में गिरे खून को मिट्‌टी सहित खोदकर पानी वाले खेत में डाल दिया था।