पति-पत्नी में से किसी एक का चयन होने पर दोनों करेंगे यात्रा, दिशा-निर्देश जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में श्रीरामलला दर्शन योजना को बेहतर ठंग से लागु करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके यात्रा में सफ़र करने के लिए यात्री लाटरी के जरिए चुने जाएंगे। सरकार की और से योजना के लिए पूरी गाइडलाइन जारी कर दी गई है। यात्रा के लिए हितग्राहियों के चुनाव और बाकि के कामों के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
पति-पत्नी में से किसी एक का नाम चुना जाता है तो उसका जीवन साथी भी यात्रा पर साथ जा सकेगा। आवेदन करते समय ही आवेदक को यह बताना होगा कि उसका जीवन साथी भी उसके साथ यात्रा करने का इच्छुक है, ऐसी स्थिति में उक्त जीवन साथी का आवेदन भी आवेदक के आवेदन के साथ ही देना होगा।
आवेदन की प्रक्रिया
श्रीरामलला दर्शन योजना के लिए आवेदन ग्राम पंचायत या शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय (नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम) में देना होगा। आवेदन के साथ नया रंगीन फोटो के साथ ही पहचान और निवास की जानकारी के लिए राशनकार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस, बिजली बिल, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड देना होगा।
आवेदक को किन्ही दो व्यक्तियों के नाम और जानकारी देना होगा, जिनसे आपात स्थिति में सम्पर्क किया जा सके। इनमें से एक नाम निर्देशित व्यक्ति का मोबाईल नंबर देना होगा। ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय योजना के लिए इच्छुक आवेदकों की सूची कलेक्टर की ओर प्रेषित करेंगे।
65 की उम्र से अधिक ले जा सकेंगे सहायक
योजना के तहत 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को जिसने अकेले यात्रा करने के लिए आवेदन किया है वो अपने साथ एक सहायक को यात्रा पर ले जाने की पात्रता होगी। ग्रुप्स में 5 व्यक्तियों हो जिसमें सभी 65 साल से ज्यादा के हैं तो वो एक सहायक लेकर जा सकेंगे।
बड़े ग्रुप्स में हर 5 यात्रियों पर 1 सहायक मान्य किये जाएंगे। पति-पत्नी के साथ-साथ यात्रा करने पर सहायक को साथ ले जाने की सुविधा नहीं रहेगी बशर्ते उनमें से किसी एक की उम्र 65 वर्ष से कम हो।
ये है चयन प्रक्रिया
यात्रियों का चयन कलेक्टर के जरिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा। पहले चरण में 55 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोग पहली पसंद होंगे। योजना के लिए 18 साल से लेकर 75 साल तक के लोग आवेदन कर सकेंगे। कोटे के अनुसार यात्री चुने जाएंगे।
साथ ही कोटे का 25 प्रतिशत के लिए अलग से वेटिंग लिस्ट भी तैयार करनी होगी। चुने हुए जो यात्री हैं अगर नहीं जाएं तो वेटिंग लिस्ट के लोगों को भेजा जाएगा। हर यात्रा के लिए यात्रियों की कुल संख्या 850 निर्धारित हैं, जिसे 1000 तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें सहायकों की संख्या भी शामिल है।