“निजी कारणों से वहां नहीं आ पाया, माफी चाहता हूं…” पश्चिम बंगाल को सौगात देने के बाद बोले पीएम मोदी

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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी है। मोदी ने वीडियो कांंफ्रेंसिंग के जरिए वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा पीएम ने बंगाल में 7800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी। वंदे भारत ट्रेन हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी रूट पर चलेगी। कार्यक्रम का आयोजन हावड़ा स्टेशन पर रखा गया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और रेल मंत्री भी रहे मौजूद रहे।

हीराबा के निधन पर ममता बनर्जी ने जताया दुख

बता दें कि शुक्रवार तड़के पीएम मोदी की मां हीराबा का निधन हो गया है, लेकिन फिर भी मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं, इस दौरान ममता बनर्जी ने हीराबा के निधन पर शोक जताया है। ममता बनर्जी ने कहा कि मां से बढ़कर कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री जी आज आपके लिए बहुत दुखद दिन है। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी की आपको यह दुख सहन करने की क्षमता दें। मैं आपसे अनुरोध करूंगी कि आप इस कार्यक्रम को छोटा रखें, क्योंकि आप अभी अपनी मां के अंतिम संस्कार से आए हैं।

बंगाल की पुण्य धरती को नमन करने का अवसर : पीएम मोदी

कई परियोजनाओं की सौगात देने के बाद पीएम ने अपना संबोधन भी दिया। मोदी ने कहा कि बंगाल की पुण्य धरती को आज मेरे लिए नमन करने का असवर है। बंगाल के कण-कण में आजादी का इतिहास समाया हुआ है। जिस धरती से ‘वंदे मातरम’ का जयघोष हुआ वहां से ‘वंदे भारत’ को हरी झंडी दिखाई गई। मोदी ने कहा कि आज इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख का बड़ा महत्व है। 30 दिसंबर 1943 में नेताजी सुभाष में अंडमान में तिरंगा फैराकर भारत की आज़ादी की बिगुल फूंका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में मैं अंडमान गया था और नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन

पीएम ने इस दौरान राज्य में चार और रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें बोइंची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन, डानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन, निमतिता-न्यू फरक्का डबल लाइन और अम्बारी फालाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजना शामिल है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 335 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किए जाने वाले न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की भी आधारशिला रखी।

गंगा परिषद की बैठक में शामिल होंगे
पीएम मोदी कोलकाता में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। गंगा और उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए ये बैठक होगी। ये बैठक भारतीय नौसेना के मुख्यालय आइएनएन नेताजी सुभाष में आयोजित होगी। बैठक में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री के साथ संबंधित विभागों के केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय गंगा परिषद के सदस्य राज्य उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।

गंगा परिषद की बैठक में क्या होगा?
बैठक में गंगा और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर संचालित परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा गंगा नदी के पानी की शुद्धता का ब्योरा लिया जाएगा। साथ ही गंगा की धारा को निर्मल और अविरल बनाने का संकल्प दुहराया जाएगा।