जुनून और जज्बा हो तो शिक्षा में उम्र नहीं होती बाधक 

70 वर्षीय डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही ” गांधीयन थॉट्स ” पाठ्यक्रम में बने यूनिवर्सिटी टॉपर, लिखित परीक्षा ,प्रोजेक्ट वर्क ,प्रेजेंटेशन के आधार पर हुआ मूल्यांकन, प्राविण्यता पदक एवम सर्टिफिकेट के साथ हुआ सम्मान

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बागबाहरा। आजादी के अमृत महोत्सव के परिप्रेक्ष में हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी दुर्ग में संचालित ” गांधीयन थॉट्स ” विषय पर अक्टूबर माह में एक माह के ऑनलाइन पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर 70 वर्षीय डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही ने मिशाल कायम किया । शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ लिखित परीक्षा ,प्रोजेक्ट वर्क एवम पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया । तीनों के आधार पर प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें सर्वाधिक 89% अंक प्राप्त कर डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही यूनिवर्सिटी टॉपर बने । दूसरे क्रम पर स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला एवम सेठ बद्रीनाथ खंडेलवाल शिक्षा महाविद्यालय दुर्ग की बी एड की छात्रा डॉ प्रांजलि गनी तीसरे क्रम पर सफलता अर्जित की।

इस पाठ्यक्रम में महाविद्यालयों के प्राचार्य ,प्राध्यापक ,स्टूडेंट्स सहित अन्य भी प्रतिभागी बने जिनके बीच कड़ी स्पर्धा रही । कुल 56 प्रतिभागी सफल हुए। विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में गरिमामय कार्यक्रम आयोजित कर कुलपति डॉ अरुणा पलटा के कर कमलों से डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही , डॉ हंसा शुक्ला , डॉ प्रांजलि गनी तीनों को प्रावीण्यता मेडल एवम सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया साथ ही पाठ्यक्रम में सफल हुए सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया ।

इस गरिमामय कार्यक्रम को संबोधित करते कुलपति डॉक्टर अरुणा पलटा ने समस्त प्रतिभागियों की सराहना करते हुए डॉ पाणिग्राही की प्रतिभागिता एवम सफलता की सराहना की । विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही को 70 वर्ष की उम्र में भी शिक्षा के प्रति रुचि एवम टॉपर होना एक प्रेरणा स्वरूप हैं। कुल सचिव , सह कुल सचिव एवम डॉ प्रीता लाल डी सी डी सी ने मंच सहभागिता की । विश्व विद्यालय के छात्र एवम नागरिक भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही को इस उपलब्धि हेतु मित्रों एवम शुभचिंतकों ने बधाई एवम शुभकामनाएं प्रेषित की है ।