नईदिल्ली. जिस तरह फिल्म मिस्टर इंडिया में हीरो हाथों में गैजेट पहनते ही अदृश्य हो जाता था, ठीक उसी तरह इजरायल की पोलारिस सोल्यूशन ने ‘छलावरण जाल’ तैयार किया है. शीट की तरह दिखने वाले इस किट को लेकर कंपनी ने दावा किया है कि इसके जरिए सैनिकों का वर्चुअली पता नहीं लगाया जा सकेगा. पोलारिस सोल्यूशन की पहचान सर्वाइवल प्रोडक्ट के निर्माता के तौर पर होती है. इस जाल को इजरायल के रक्षा मंत्रालय के सहयोग से तैयार किया गया है. इस नई टेक्नोलॉजी को लेकर कहा गया है कि ये सैनिकों को पूरी तरह से अदृश्य कर देगी और उसे इंसानों की आंखों और थर्मल डिटेक्टर के जरिए भी नहीं देखा जा सकेगा.
इसे किट 300 नाम दिया गया है, जो थर्मल विजुअल कंसीलर (TVC) सामग्री से तैयार की गई है. ये किट माइक्रोफाइबर, धातु और पॉलिमर को एक साथ जोड़ती है. इससे सैनिकों को इंसानी आंख और थर्मल कैमरों के जरिए देखना मुश्किल हो जाता है. इस शीट का वजन महज 500 ग्राम के करीब है. सैनिक आसानी से इसे लपेट पर दुश्मन की नजरों से बच सकते हैं. साथ ही ट्रेकिंग पर जाने के दौरान वे इसे अपने साथ लेकर भी जा सकते हैं. दुश्मन के इलाके में घुसने पर एक पॉजिशन पर पहुंचकर सैनिक इसे खुदपर लपेट सकते हैं, इसकी मदद से वे किसी पत्थर की तरह दिखेंगे और दुश्मन की नजर से बचे रहेंगे.
किट 300 पहनने के बाद दूरबीन से भी नहीं देख पाएगा दुश्मन
इजरायली रक्षा मंत्रालाय के रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट के डिटेक्टर एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी ब्रांच के प्रमुख गाल हरारी ने एक बयान में कहा, इस शीट को लपेटने के बाद दूर से दूरबीन से घूरने वाला कोई सैनिक उन्हें नहीं देख पाएगा. किट 300 का लक्ष्य पारंपरिक छलावरण गियर को फिर से बनाना है. पोलारिस सोल्यूशन के मार्केटिंग डायरेक्टर योनातान पिनकास ने कहा कि पिछले 50 सालों में छलावरण जालों में कुछ खास परिवर्तन नहीं हुआ है. यही वजह है कि हम एक नए तरह का मटैरियल लेकर आना चाहते थे. इसलिए ही TVC का जन्म हुआ.
इन कामों के लिए प्रयोग हो सकता है किट 300
किट 300 डबल साइडेड है और दोनों ही तरफ अलग अलग रंग हैं. एक तरफ का उपयोग तब किया जाता है जब घने जंगलों में सैनिकों की तैनाती करनी हो. जबकि दूसरी ओर को अधिक रेगिस्तान जैसे क्षेत्रों के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि, कंपनी जरूरत के हिसाब से पैटर्न और कलरिंग को कस्टमाइज करेगी. किट 300 वाटरप्रूफ भी है और सैन्य कर्मियों को आश्रय प्रदान कर सकता है. इसे एक छोटे तंबू की तरह खड़ा किया जा सकता है. कुल मिलाकर ये मटैरियल काफी हल्का है. लेकिन इसे फोल्ड करके एक स्ट्रेचर के तौर पर भी प्रयोग किया जा सकता है. ताकि घायल सैनिकों को अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके.