पांच हजार रुपए के लिए वृद्धा की हत्या, आरोपी सलाखों के पीछे

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। बसना थानाक्षेत्र में महज पांच हजार रूपए के लिए एक वृद्धा की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि मृतक अपने बेटे को जेल से छुडाने के लिए भीख मांगकर रकम जमा कर रही थी उसी पैसे को हथियाने वृद्धा का दो लोगों ने मिलकर हत्या कर दिया।

इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि 29 अगस्त को प्रार्थीया खीरबाई पति स्व नित्यानंद राणा उम्र 43 वर्ष निवासी खेमडा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि खेमडा रोड स्थित दाम किनारे उसका झोपड़ीनुमा होटल है। जहां पर रात में विशाखा पति बेड़ा भोई उम्र 77 वर्ष निवासी इंदिरा कॉलोनी बसना सोती थी। 29 अगस्त की सुबह करीब 7 बजे उसने देखा कि उक्त वृद्धा होटल के अंदर पाटा के ऊपर मृत हालत में पड़ी थी। किसी अज्ञात आरोपी ने उक्त गला दबाकर हत्या कर दिया है कि प्रार्थिया की लिखित रिपोर्ट पर थाना बसना में मामला दर्ज किया गया था।

एसपी भोजराम पटेल ने इस मामले की बारीकी से जांच के लिए थाना बसना व सायबर सेल की टीम एवं फाॅरेसिंक टीम रायपुर को निर्देशित किया था। जांच में सामने आया कि खेमडा रोड स्थित एफसीआई गोदाम किनारे झोपड़ीनुमा होटल मृतका विशाखा भोई खाट में मृत हालत में पडी थी, उसका जीभ बहार निकला हुआ था। फाेरेंसिक टीम द्वारा शव निरीक्षण कर विशाखा भोई की मृत्यु गला दबाने व दम घुटने से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला दबाकर हत्या करने का शंका जताई। इस पर अज्ञात आरोपियों के विरूध्द थाना बसना में धारा 302 पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।

इसके बाद सायबर सेल की टीम व थाना बसना पुलिस की टीम घटना स्थल मृतक के बारे में अलग-अलग टीम गठित कर छोटी सी छोटी जानकारी एवं परिवार संबंधी, भूमि बंटवारा संबंधी एवं मृतक के निजी जीवन के संबंध में जानकारी एकत्र की गई। जांच दौरान पता चला कि खीरबाई गांव में एफसीआई गोदाम में रोड रोड किनारे एक झोपडीनुमा होटल खोली थी जहां मृतका रात में सोती थी। खीरबाई का पुत्र सुशील राणा का कामकाज बंद होने से आर्थिक रूप से परेशान था।

वहीं मृतका का पुत्र रोहित किसी प्रकरण में जेल बंद है जिसे छुडाने के लिए वह भीख मांग कर पैसा इकठ्ठा कर रही थी। इसके साथ कुष्टो यादव भी भीख मांगकर जीवनयापन करता है। सुशील राणा व कुष्टो यादव के बीच जान पहचान है। पुलिस की टीम द्वारा दोनो व्यक्ति पर संदेह जाहिर करते हुये संदेही सुशील राण व कुष्टो यादव को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया। कड़ाई से पूछने पर आरोपियों ने बताया कि विशाखा भोई अपने गले में एक छोटा कपडा का थैला लटका के रखती थी जिसमें भीख मांग मांग कर पैसा इकठ्ठा करती थी एवं गले में ही लटकाए रहती थी विशाखा भोई का लडका रोहित जेल में है जिसे छुडाने के लिये विशाखा भोई करीब 5 हजार रुपए इकठ्ठा कर चुकी थी, जिसे हम दोनों ने देखा था।

28 अगस्त को हम दोनो विशाखा भोई से पैसा लेने की चर्चा किये थे तथा रात्रि 10-11 बजे होटल के पास मिलने की बात हुई। रात 11 बजे हाेटल के अन्दर विशाखा भोई लकडी के पाटा के उपर सोई थी। पानी गिरने के वजह से रास्ता सुनसान था। होटल में घुसकर देखा कि विशाखा भोई सो रही थी एवं उसके सिर के पास कपडा का पैसा वाला थैला रखा था। आरोपियों ने बताया कि मृतका के दूसरे साईड में एक गमछा पडा था, पैसा निकालने से जग जायेगी सोचकर सुशील राणा के द्वारा गमछा से अचानक मृतका के गले में गले बांध कर खींच दिया तथा कुष्टो यादव ने मृतका के विशाखा भोई के पैर को पकडा था। इससे कुछ ही समय में विशाखा भोई की मृत्यु हो गई। इसके बाद वे पैसे को लेकर वहां से फरार हो गए। रकम को आपस में बांट लिये। आरोपियों ने बंटवारे में मिले नगदी 5000 रूपये को घर में छुपाकर रखना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपीगण के कब्जे से नगदी रकम 5000 रूपये को जब्त किया।