बिजली कनेक्शन के आभाव में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए बनाया गया रनिंग वाटर सिस्टम फेल, मामला मैनपुर विकासखण्ड में आया सामने

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

मैनपुर। सरकार चाहती हैं कि योजनाओं का लाभ लोगों को मिले और इसके लिए कार्य योजनाएं भी बनाती हैं पर उन कार्य योजनाओ के क्रियांवन्यन में मैदानी अधिकारी कर्मचारी किस प्रकार का पलीता लगाते हैं इसकी एक बानगी हमें सुदूर वनांचल विकासखण्ड मैनपुर के एक गांव में देखने को मिला।

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यहां पर सरकार ने आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों को शुद्ध पेयजल मिले इसकी चिंता करते हुए बोरिंग से रनिंग वाटर सिस्टम को स्वीकृति दी और जिम्मेदार विभाग ने भी बिना देरी किए ही इस सिस्टम को अमलीजामा पहना दिया और अपने कर्तव्यों से इति श्री कर लिया पर यह सुनिश्चित ही नही किया की बिना विद्युत के यह सिस्टम काम कैसे करेगा । आज उस आंगनबाड़ी में रनिंग वाटर सिस्टम तो लग गया हैं पर विद्युत आपूर्ति के आभाव में वह सिस्टम शो पीस बनकर रह गया है।

हम बात कर रहे हैं विकासखंड मुख्यालय मैनपुर के ग्राम पंचायत अड़गड़ी के आश्रित ग्राम जरहीडीह आंगनबाड़ी केंद्र की। यहां विगत चार महीना पूर्व बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए रनिंग वाटर सिस्टम लगाया गया है। जहां पर हैंडपंप बोरिंग से विद्युत कनेक्शन के द्वारा ऊपर टैंक में पानी पहुंचाया जाना है। जिसके माध्यम से शुद्ध पेयजल बच्चों को उपलब्ध होगा।

लेकिन दुर्भाग्य है विद्युत कनेक्शन अभी तक नहीं हो पाने के कारण यह सिस्टम पूरी तरह से फेल है। जिम्मेदारों से ग्रामीणों ने मांग किया है रनिंग वाटर को सुचारू रूप से संचालित के लिए तत्काल विद्युत कनेक्शन किया जाना चाहिए।